हिसार : हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय 18-19 मार्च को कृषि मेला (खरीफ) का आयोजन करेगा। इस वर्ष मेले का विषय खेती में ड्रोन का महत्व होगा। पूर्व की भांति इस साल भी यह मेला विश्वविद्यालय के गेट न. 3 के सामने मेला ग्राउंड में लगाया जाएगा।
कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने बताया कि खेती में ड्रोन का महत्व आज समय की मांग है। ड्रोन के द्वारा कम समय में केमिकल फर्टीलाइजर व पेस्टिसाइड का उपयोग आसानी से किया जा सकता है, जिससे कम लागत होने के साथ-साथ संसाधनों की भी बचत होगी। साथ ही उन्हें ड्रोन का उपयोग करना भी समझाया जाएगा। इस मेले में किसानों के साथ बीज, उर्वरक, कीटनाशक, कृषि मशीनें व यंत्र निमार्ता कंपनियां भी भाग लेंगी। किसानों को विभिन्न कृषि कार्यों के लिए उपयुक्त मशीनों, यंत्रों एवं उनकी कार्य प्रणाली के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। इसके अतिरिक्त किसानों को इन मशीनों की कीमत तथा इनके निमार्ताओं की भी जानकारी मिल सकेगी।
विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. बलवान सिंह मंडल ने बताया कि मेले की तैयारियों शुरू कर दी गई है। मेले में हरियाणा व आसपास के राज्यों से आने वाले किसानों को विश्वविद्यालय की ओर से सिफारिश की गई खरीफ फसलों के उन्नत बीज तथा बायोफर्टिलाईजर के अतिरिक्त कृषि साहित्य उपलब्ध करवाए जाएंगे।
संयुक्त निदेशक (विस्तार) डॉ. कृष्ण यादव ने बताया कि मेले में लगने वाली एग्रो-इंडस्ट्रियल प्रदर्शनी के लिए स्टॉलों की बुकिंग जारी है। प्राइवेट कंपनियों को स्टॉल पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर आवंटित किए जा रहे हैं। किसानों के मनोरंजन के लिए दोनों दिन हरियाणावी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा।