Makar Sankranti 2024: जब सूर्य मकर राशि में गोचर करते हैं तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। इस साल 15 जनवरी को ये पर्व मनाया जायेगा। मकर संक्रांति के दिन विशेष रुप से सूर्य देव की उपासना होती है। इस दिन लोग गुड़ और तिल का सेवन करते हैं।
इस मकर संक्रांति को बहुत विशेष माना जा रहा है क्योंकि इस बार एक नहीं बल्कि तीन-तीन शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। मकर संक्रांति के दिन रवि योग, महापुण्य योग और वरियान योग बन रह हैं। साथ मकर संक्रांति सोमवार के दिन पड़ रही है ये बहुत ही शुभ माना जा रहा है।
रवि योग में करें पवित्र जलकुंड में स्नान
15 जनवरी को सुबह 7 बजकर 15 मिनट से लेकर 8 बजकर 7 मिनट तक के लिए रवि योग रहेगा। कुल 52 मिनट तक रवि योग की अवधि रहेगी। इस योग में स्नान दान करना बहुत शुभ माना जाता है। जो व्यक्ति रवि योग में भगवान सूर्य की पूजा करेगा, उसके मान सम्मान में वृद्धि होगी. इस दिन विशेष रूप से सूर्यदेव की पूजा अर्चना की जाती है।
महापुण्य योग और वरियान योग
मकर संक्रांति के दिन रवि योग के साथ-साथ महापुण्य योग और वरियान योग भी बन रहे हैं। महापुण्य योग में दान पुण्य और पवित्र नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है। वहीं वरियान योग में कुबेर और शुक्र के मंत्रों का जप करना विशेष लाभ देता है।
मकर संक्रांति पर ऐसे करें पूजा
- मकर संक्रांति के दिन किसी पवित्र नदी में जाकर अवश्य स्नान करें। अगर आप नदी में जाकर स्नान नहीं कर सकते हैं तो नहाने के पानी में गंगाजल मिला लें।
- स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें और रवि योग में सूर्य भगवान को तांबे के लोटे से अर्घ्य दें। अर्घ्य देने से पहले तांबे के लोटे में जल डालें, उसमें अक्षत, लाल कुमकुम, कनेर का पीला फूल और काला तिल अवश्य डालें। इस तरह से नियम पूर्वक सूर्य देव का अर्घ्य तैयार करने के बाद उनके सम्मुख खड़े होकर उन्हें अर्घ्य अर्पित करें।
- सूर्य को अर्घ्य देते समय आप सूर्य देव के इस विशेष मंत्र का ओम् घृणि सूर्याय नम: जाप कर सकते हैं।
- इसके बाद धूप जलाकर आप भगवान सूर्य देव की आरती करें। उनसे हाथ जोड़ कर प्रार्थना करें कि वह आपको जीवन में सफल होने का आशीर्वाद प्रदान करें।
- सूर्य देव की आरती करने के बाद वहीं प खड़े होकर हाथ जोड़े हुए उनकी 3 बार परिक्रमा लगा लें।
- इसके बाद आप तीन बार आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें जो सूर्य देव का सबसे फलदायक पाठ है।
- मकर संक्रांति वाले दिन इस विध से सूर्द देव की आराधना करने के बाद श्रद्धानुसार काला तिल, गेहु, गुड़ इत्यादि वस्तुओं का दान करें। ऐसा करने से सूर्य देव आपके सभी मनोरथ शीघ्र पूर्ण करेंगे और जीवन में आपकी झोली धन-संपदा और सभी भौतिक सुखों से भर देंगे।
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