रोहतक। रोहतक रेलवे स्टेशन पर वेटिंग हाल जमींदोज किया जा रहा है। रेलवे स्टेशन के नए भवन निर्माण को लेकर स्टेशन की 50 प्रतिशत से ज्यादा बिल्डिंग को तोड़ा जा चुका है, लेकिन स्टेशन पर एक ही वेटिंग हाॅल बना हुआ है, अब उसकी छत को तोड़ा जा रहा है। वहीं जल्द ही बिल्डिंग को भी तोड़ा जाएगा। इससे रोजाना आने वाले 40 हजार से ज्यादा यात्रियों को प्लेटफार्म पर ही खड़े होकर ट्रेन का इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि विभाग की तरफ से अस्थायी वेटिंग हॉल की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
गौरतलब है कि 18वीं शताब्दी में तैयार रेलवे स्टेशन आज जंक्शन बना हुआ है। यहां गोहाना, जीद, रेवाड़ी, भिवानी, दिल्ली की ओर गाड़ियों का आवागमन होता है। प्रतिदिन 40 हजार से अधिक यात्रियों का आवागमन होता है। 80 से ज्यादा पैसेंजर, एक्सप्रेस व मालगाड़ियां यहां से गुजरती हैं। परिवहन की दृष्टि से यह रेलवे स्टेशन बेहद महत्वपूर्ण स्टेशन है, क्योंकि पीजीआईएमएस व कई शैक्षणिक संस्थान होने के चलते काफी संख्या में मरीजों तथा विद्यार्थियों का भी आवागमन होता है। बहुत बार ट्रेन देरी से आने के कारण विद्यार्थी व अन्य लोग वेटिंग हॉल में इंतजार के लिए बैठ जाते है। वेटिंग हॉल टूटने के बाद बैठकर इंतजार करने की व्यवस्था भी नहीं रहेगी। हालांकि यह स्टेशन जंक्शन होने के चलते विभाग की तरफ से अस्थायी वेटिंग हॉल की व्यवस्था होना बहुत जरूरी है।
रेलवे पीआरओ दीपक कुमार ने कहा कि यात्रियों की सुख सुविधाओं के लिए ही रेलवे स्टेशन के नए भवन का निर्माण करवाया जा रहा है। जहां तक यात्रियों की बात है कुछ न कुछ वैकल्पिक व्यवस्था भी की जाएगी, लेकिन इसके बारे अभी पूरी तरह से जानकारी नहीं है।