Friday, November 22, 2024
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रोहतक जिला बार में गरमाई राजनीति, एसोसिएशन के चुनाव से पहले दो धड़ों में बंटे अधिवक्ता

जिला बार के मौजूदा प्रधान लोकेंद्र फौगाट का कहना है कि विपक्ष की तरफ से जो आरोप लगाए हैं, वे बेबुनियाद हैं, जिनका एक भी सबूत नहीं है। जिला बार का विकास तेजी से हुआ है। वकील व आमजन के लिए पानी व शौचालयों की पूरी सुविधा है।

रोहतक। रोहतक जिला बार एसोसिएशन के 15 दिसंबर को ईवीएम के माध्यम वोट डाले जाएंगे। जिला बार की मतदाता सूची में 3249 वोट हैं, जिनकी पोलिंग के लिए पांच बूथ बनाए गए हैं। बूथ नंबर एक को आदर्श बूथ बनाया गया है, जहां जिला बार के सम्मानित सदस्स, आजीवन सदस्य और वे वकील वोट डालेंगे, जिनकी उम्र 40 साल से ज्यादा है। वहीँ अब अरविंद श्योराण और सुरेंद्र लौरा के बीच अब सीधा मुकाबला होगा। प्रधान पद के तीसरे प्रत्याशी अनिल शर्मा ने बुधवार शाम को अपना प्रचार रोक दिया और बोले कि सुरेंद्र लौरा को जिताएंगे।

बता दें कि हाईकोर्ट ने सोमवार को वकील अनिल शर्मा की याचिका पर चुनाव अधिकारी को आदेश दिए थे कि वे ईवीएम से चुनाव कराने के लिए डीसी के माध्यम से राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखें। मंगलवार को चुनाव अधिकारी, वर्तमान प्रधान लोकेंद्र फौगाट और प्रधान पद के प्रत्याशी डीसी को पत्र देकर आए थे। राज्य निर्वाचन आयोग ने बुधवार को ईवीएम से चुनाव कराने की अनुमति दे दी। अब शुक्रवार 15 दिसंबर को जिला बार के पहली बार ईवीएम के माध्यम से वोटिंग होगी। अब तक बैलेट पेपर से ही मतदान होता रहा है। जिला बार को ईवीएम से वोट कराने पर राज्य निर्वाचन आयोग को 40 से 50 हजार रुपये देने होंगे।

प्रेसवार्ता करते हुए अधिवक्ता अनिल कुमार और सुरेंद्र लौरा

वहीँ जिला बार एसोसिएशन के चुनाव को लेकर राजनीति पूरी तरह से गरमा गई है। अब प्रधान पद के लिए आमने- सामने का मुकाबला हो गया। प्रधान पद के तीसरे प्रत्याशी अनिल शर्मा ने बुधवार राम सुरेंद्र लौरा को समर्थन दे दिया है। प्रधान पद के प्रत्यारी अरविंद श्योराण को पहले प्रधान पद के अन्य प्रत्यारी संजीव शर्मा ने अपना समर्थन दिया था। अब प्रधान पद के लिए अरविंद श्योराण और सुरेंद्र लौरा के बीच ही हार-जीत का निर्णय होगा। बुधवार को प्रधान पद के प्रत्याशी सुरेंद्र लौरा ने अनिल शर्मा के साथ संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता की।

अधिवक्ता अनिल शर्मा ने कहा कि जिला बार एसोसिएशन में चुनाव के दौरान गड़बड़ी की जाती रही है। इसलिए चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शिता से करवाने के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में जाना पड़ा। हाई कोर्ट ने बैलेट पेपर के स्थान पर ईवीएम से चुनाव करवाने की आदेश दिए, जिससे प्रशासन की मदद से ईवीएम से चुनाव होंगे। हाई कोर्ट में न्याय की लड़ाई लड़ने के कारण वह चुनाव प्रचार नहीं कर पाया, जिसके कारण अपने साथियों से सलाह कर प्रधान पद के प्रत्यारी सुरेंद्र लौरा को समर्थन दिया है।

प्रधान पद के प्रत्याशी अधिवक्ता सुरेंद्र लौरा ने कहा जिला बार एसोसिएशन में चैंबर निर्माण के अलावा कई तरह की गड़बड़ियां व घोटाले होने को बातें सामने आई हैं। कुछ ही लोग एसोसिएशन पर एकाधिकार बनाए हुए थे, इसलिए साथियों ने चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने आरोप लगाया कि 10 साल से बार का ऑडिट नहीं हुआ। प्रधान बनते ही ऑडिट करवाकर पूरा ब्योरा हाउस के सामने रखेंगे। हाउस जो निर्णय लेगा, उसके अनुसार कार्रवाई होगी। बार में न तो शौचालय है और न ही बार और बेंच के बीच तालमेल। वकीलों के लिए पार्किंग तक की सुविधा नहीं है। पीने के पानी तक की दिक्कत है। बार में केवल राजनीति हुई है। अब तक चैंबर पूरे नहीं हुए। प्रधान बनते ही समस्याओं के समाधान का प्रयास किया जाएगा। एक सवाल के जवाब में सुरेंद्र लौरा ने कहा कि पहले बैलेट पेपर का दुरुपयोग होता था, लेकिन अब की बार ईवीएम से चुनाव होंगे। सरकारी आईडी देखकर मतदान किया जाए, यह मांग की गई है।

जिला बार के मौजूदा प्रधान लोकेंद्र फौगाट का कहना है कि विपक्ष की तरफ से जो आरोप लगाए हैं, वे बेबुनियाद हैं, जिनका एक भी सबूत नहीं है। जिला बार का विकास तेजी से हुआ है। वकील व आमजन के लिए पानी व शौचालयों की पूरी सुविधा है। लाइब्रेरी को दोबारा से नया भी बनवाया गया है, जिसमें ऑनलाइन व ऑफलाइन पुस्तकें अपडेट की जाती हैं। उन्होंने कहा कि तथ्य आधारित बात कर रहे हैं। पार्किंग व्यवस्था को भी वन-वे में तब्दील कर काफी हद तक जाम की परेशानी को दूर किया गया है। हर तरफ बार में वकीलों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं और फ्री वाईफाई की सुविधा भी उपलब्ध है। बार का लेखा-जोखा भी हाउस की मीटिंग में रखा गया है व उसको ऑडिट भी करवा रखा है। उन्होंने कहा कि जहां तक चुनाव में धांधली की तो विपक्ष इस मुद्दे पर गलत राजनीति करता आया है। चुनाव हमेशा से ही निष्पक्ष तरीके से करवाए गए हैं। ईवीएम से चुनाव कराने के फैसले का वे समर्थन करते हैं।

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