Amritsar DC, एनएसए के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद सिखों को उनके परिवार और वकीलों से मिलने नहीं दिया जा रहा है, जिसके चलते उन्होंने जेल में ही भूख हड़ताल भी की। इसे लेकर जहां शिरोमणि कमेटी ने आपत्ति जताते हुए डीसी अमृतसर से मुलाकात की।
वहीं अब शिरोमणि अकाली दल अमृतसर फतेह ने असम जेल में बंद सिखों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार पर आपत्ति जताई है। इस संबंध में शिरोमणि अकाली दल अमृतसर फतेह के अध्यक्ष जसकरण सिंह काहन सिंह वाला ने अपने साथियों के साथ अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर अमित तलवार को एक मांग पत्र दिया है।
मांग पत्र में उन्होंने कहा है कि डिब्रूगढ़ जेल में बंद सिखों के परिवारों और वकीलों को वंचित किया जा रहा है. पहुंच मानवाधिकारों का उल्लंघन है।
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अपने मांग पत्र में उन्होंने डीसी अमृतसर को लिखा कि असम जेल में मुलाकात के लिए पर्याप्त अनुमति न देकर सही नहीं किया जा रहा है, हर कैदी को अपने परिवार के सदस्यों और केस की पैरवी कर रहे वकीलों से मिलने के अधिकार को मानवीय आधार पर नहीं दबाया जा रहा है. जो सही नहीं है।
इसके साथ ही जसकरन सिंह काहन सिंह वाला ने कहा कि यह दुखद है कि डिब्रूगढ़ जेल में बंद सिखों को भी न्याय पाने के लिए भूख हड़ताल पर जाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर को इस मामले पर तुरंत निर्देश जारी करना चाहिए कि असम जेल में बंद सिखों के परिवारों और वकीलों को आवश्यक भत्ते की अनुमति दी जाए। इसके साथ ही उन्होंने पंजाब सरकार से जेल में बंद सिखों को स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने को भी कहा है।