रोहतक। मिड-डे मील के मेन्यू में हरियाणा सरकार ने पांचवीं बार बदलाव किया है। अब पूरे प्रदेश के राजकीय स्कूलों में दोपहर को प्रत्येक दिन एक जैसा भोजना बच्चों को परोसा जाएगा। इसके लिए विभाग ने तीन सप्ताह के लिए हर रोज अलग-अलग व्यंजन सूची तैयार की है। पीएम पोषण योजना के तहत अब हरियाणा के स्कूलों में बच्चे कढ़ी पकौड़े के साथ साथ राजमा का स्वाद चखेंगे। साथ ही हलवा और काले चने भी खा सकेंगे। इसके अलावा, मिलेटस फूडस के साथ साथ पोष्टिक खिचड़ी, मीठा दलिया के साथ साथ बेसन का परांठा, मिसी रोटी और रागी के गुलगले मिलेंगे।
7विभाग की ओर से माह के चार सप्ताह के लिए कुल 17 रेसीपी बनाई गई हैं। इस संबंध में मौलिक शिक्षा निदेशक ने सभी डीईओ और डीईईओ को आदेश जारी किए हैं। अब इसी रेसीपी और शेड्यूल के अनुसार स्कूलों में मिड डे मिल बनेगा। गौर हो कि इससे पहले पहली से 8वीं कक्षा तक के मिड डे मिल को लेकर स्कूलों द्वारा अलग अलग दिन अलग अलग रेसीपी से खाना बनाया जाता था। जब मुख्यालय की टीमें निरीक्षण करती थी तो उस समय दिक्कतें आती थी।
जारी किए गए संशोधित रेसीपी के अनुसार, माह के चारों सप्ताह का अलग अलग दिन के लिए अलग भोजन होगा। सप्ताह के पहले सोमवार को सब्जी पुलाव के साथ काला चना दिया जाएगा। मंगलवार को रोटी घीया-चना दाल दी जाएगी। बुधवार को राजमा चावला, वीरवार को कढ़ी पकौड़ा चावल, शुक्रवार को काले चने के साथ हलवा, शनिवार को पोष्टिक मिल्टेस परांठा दही के साथ दिया जाएगा।
सबसे बड़ी बात तो ये हैं कि मेन्यू के अनुसार, सूची में कुछ ऐसे व्यंजन भी दिए हैं, जो स्कूलों में बनाना शिक्षकों के लिए टेढी खीर साबित हो रहा है। क्योंकि शिक्षा विभाग से जारी मेन्यू अनुसार, मीठा दलिया शामिल किया है, लेकिन किसी भी स्कूल में ना ही गेहूूं और ना ही दलिया पहुंच पा रहा है।
आपको बता दें जिले में कक्षा पहली से आठवीं कक्षा तक लगभग 2 लाख बच्चों को मिड-डे मील का भोजन दिया जाता है। इसके लिए प्राइमरी कक्षा में 5.45 रुपए और अपर प्राइमरी में 8.17 रुपए प्रति दिन प्रति छात्र के हिसाब से दी जाती है। अब मिड-डे मील का सामान अध्यापक बाजार से नहीं खरीदेंगे। बल्कि अध्यापकों को हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन लिमिटेड की ओर से हर हित स्टोरों के जरिए मिड-डे मील के सामान की सप्लाई स्कूलों में की जाएगी।