लगभग 5,000 पुलिस कर्मी ‘सड़क सुरक्षा बल’ का हिस्सा होंगे, जिनमें से लगभग 1,500 को नए भर्ती किए गए कर्मियों में से तुरंत तैनात किया जाए।
मंत्रिमंडल ने राय दी कि पंजाब में पिछले कुछ दशकों में यातायात और सड़क बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। राज्य में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों सहित 72,078 किमी लंबा सड़क नेटवर्क है।
मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर होने वाली 65 प्रतिशत सड़क मौतों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि वर्ष 2021 में 580 सड़क दुर्घटनाओं में 4,476 लोगों की जान चली गई।
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इनमें से अधिकतर घातक दुर्घटनाएं शाम छह बजे से 12 बजे के बीच होती हैं जब इन सड़कों पर पुलिस की उपस्थिति न्यूनतम होती है। पिछले वर्षों के सड़क दुर्घटना के रुझान के आधार पर राजमार्ग गश्त मार्गों की पहचान की गई है।
इन मार्गों पर नशे में गाड़ी चलाने और ओवरस्पीडिंग की जांच करने के लिए विशेष उपकरणों से लैस 144 गश्ती वाहन तैनात किए जाएंगे, जिनमें से प्रत्येक 30 किमी की दूरी तय करेगा। वाहनों और उपकरणों की खरीद पर 30 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जायेगी।
बयान में कहा गया है कि एक अन्य फैसले में मंत्रिमंडल ने स्वतंत्रता संग्राम या किसी भी युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रीय नायकों के सम्मान में हर जिले में एक शहीद स्मारक स्थापित करने पर भी सहमति दी।
मंत्रिमंडल ने राज्य में शासन को और बेहतर बनाने के लिए कृत्रिम मेधा (एआई) के उपयोग को भी मंजूरी दे दी।
Road accident, पंजाब मंत्रिमंडल ने यातायात व्यवस्था को सुचारू करने और दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सड़क सुरक्षा बल स्थापित करने को मंजूरी दे दी। यह निर्णय मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में यहां हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में लिया गया।