रोहतक। रोहतक में बुधवार को सफाई कर्मचारियों ने हरियाणा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। रोहतक नगर निगम के कर्मचारी भी एकत्रित हुए और नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर शहर में लंबित मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। वहीं डीसी के माध्यम से मांगपत्र भी सौंपा गया। सफाई कर्मचारी नेताओं ने सरकार पर वायदा खिलाफी करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी नेताओं का कहना है कि पिछले साल अक्टूबर में नगर पालिका कर्मचारी संघ के साथ समझौता हुआ था, लेकिन आज तक सरकार ने मांगे माने जाने वाले उस समझौते का पत्र जारी नहीं किया। सरकार को चेतावनी दी कि आज भी सरकार ने पत्र नहीं जारी किया तो वे कुरुक्षेत्र में होने वाले सम्मेलन में बड़े आंदोलन शुरू करेंगे। जिसके चलते सफाई व्यवस्था प्रभावित होगी और लोगों को परेशानी भी हो सकती है।
नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला प्रधान संजय बिड़लान ने कहा कि पूरे प्रदेश में सफाई कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया है। पिछले साल अक्टूबर माह में अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद सरकार ने उनके पदाधिकारियों से समझौता किया था, लेकिन आज तक वह समझौता सरकार द्वारा लागू नहीं किया गया है। कोई भी पत्र जारी नहीं किया। जिसके चलते सफाई कर्मचारी लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
चेतावनी देते हुए कहा कि अभी भी सरकार ने सफाई कर्मचारियों की मांगों को लेकर पत्र जारी नहीं किया तो आगमी कुरुक्षेत्र में होने वाले सफाई कर्मचारियों के सम्मेलन में हमारे प्रदेश अध्यक्ष नरेश शास्त्री द्वारा फैसला लिया जाएगा। यह आंदोलन कब तक जारी रहेगा मांगे पूरी नहीं होती और एक बड़े आंदोलन की घोषणा भी हो सकती।
उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य मांगे हैं कि काफी समय से जो सफाई कर्मचारी मामूली से पे रोल वेतन पर काम कर हैं, उनको नियमत किया जाए। कोरोना काल में जिन सफाई कर्मचारियों की मौत हो गई थी, उनके एक आश्रित को सरकारी नौकरी व 50 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। कर्मचारी विरोधी कौशल रोजगार निगम को भंग किया जाएगा।