रोहतक। सरकारी स्कूल से 11 वीं कक्षा का पेपर देकर लौटी एक नाबालिग छात्रा ने आत्महत्या कर ली। उसका शव गुरुवार को कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला। जिस समय छात्रा ने फंदा लगाया उस समय घर पर कोई भी मौजूद नहीं था। परिजनों का कहना है कि उसकी बेटी ने जान क्यों दी, इसका पता नहीं। न ही किसी पर शक है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई के डेड हाउस में रखवाया है।
जानकारी के अनुसार रुड़की गांव की 11वीं की एक छात्रा सुबह घर से हंसते हुए परीक्षा देने गई। दोपहर परीक्षा देने के बाद घर लौटी तो चुनरी का फंदा बनाकर कमरे में आत्महत्या कर ली। परिजनों ने भी किसी प्रकार की कार्रवाई करने से इनकार किया है। हालाकि पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। माना जा रहा है कि पेपर खराब होने के कारण छात्रा ने आत्मघाती कदम उठाया है।
आईएमटी थानाक्षेत्र के रुड़की गांव निवासी लक्ष्मण पेंट करने का काम करते हैं। उनकी छोटी बेटी गांव के ही सरकार स्कूल में कक्षा 11 की छात्रा थी। गुरुवार को स्कूल में पॉलिटिकल साइंस का पेपर था। जिसे देने वह सुबह बजे खुशी-खुशी गई थी। लेकिन, 1:30 बजे लौटने पर वह अपने कमरे में गई और चुनरी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा इतना डिप्रेशन में थी कि उसने घर आने के बाद अपनी ड्रेस भी नहीं बदली।
परिजनों ने बताया कि जिस समय घटना हुई उसके दोनों भाई खेलने गए थे। जबकि पिता काम पर गए हुए थे तथा मां घर के बाहर की कुंडी लगाकर किसी काम से गई थी। जब छात्रा के दोनों भाई घर पहुंचे तो उन्होंने उसके शव को फंदे से लटके हुए देखा। शोर मचाने पर आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए। इसकी जानकारी आईएमटी पुलिस को दी गई। मौके पर एफएसएल टीम ने भी साक्ष्य जुटाए। परिजनों ने पुलिस को बताया कि छात्रा पढ़ाई में तेज थी। हालाकि पिछले दिनों भी उसे किसी तनाव में नहीं देखा गया था।
आईएमटी थाना प्रभारी हवा कौर ने कहा कि हमें 1:45 बजे छात्रा के आत्महत्या करने की सूचना मिली। मौके पर पहुंचकर परिजनों से बात की गई। इस दौरान छात्रा को किसी प्रकार के तनाव या परेशानी की बात सामने नहीं आई। जाहिर है कि पेपर खराब होने ही उसने आत्महत्या की हो। परिजनों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है। हालाकि आत्महत्या का कोई ठोस कारण भी निकलकर नहीं आया है।