प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को 85 हजार करोड़ की परियोजनाओं को जनता को समर्पित किया है और कुछ परियोजनाओं का शिलान्यास किया है। केंद्रीय ऊर्जा एवं भारी उद्योग राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर पलवल जिला के न्यू पृथला जंक्शन रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल माध्यम से वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के लोकापर्ण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए।
इस अवसर पर उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि पिछले दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सिर्फ रेलवे का ही नहीं अपितु हाईवे और एयरपोर्ट का ढांचागत विकास हुआ है। आज उसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 85 हजार करोड़ रुपये की रेलवे की परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया है। इनमें ईस्टर्न डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर और वेस्टर्न डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर को भी आज देश को समर्पित किया गया है। इसका लाभ यह है कि अब भारतीय रेलवे की मालगाड़ी और सवारी ट्रेने अलग-अलग ट्रैक पर चलेंगी, इससे एक ओर जहां यात्रियों के समय की बचत होगी वहीं, माल समय पर और कम लागत पर पहुंच पाएगा।
यह दोनों डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर देश के विकास में निश्चित तौर पर मील का पत्थर साबित होंगे। आने वाले समय में फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से दूध भी मालगाड़ियों में लोड होकर मुंबई तक भेजा जाएगा, जिससे यहां के पशुपालकों के दूध के उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी। इसके अलावा महाराष्ट्र सहित विभिन्न राज्यों को कम लागत में दूध मिल सकेगा।
1506 किलोमीटर लंबा है वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर
वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर दादरी उत्तर प्रदेश से जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट नवी मुम्बई महाराष्ट्र तक 1506 किलोमीटर लंबा है, जोकि उत्तर प्रदेश से शुरू होकर राजस्थान व गुजरात होते हुए महाराष्ट्र तक जाता है। डीएफएससी के न्यू दादरी-न्यू रेवाडी जंक्शन तक का यह कॉरिडोर 128 किलोमीटर लंबा है, जिसके मार्ग में 5 स्टेशन शामिल हैं, जिनमें न्यू दादरी, न्यू फरीदाबाद, न्यू पृथला, न्यू ताबडू और न्यू धारूहेडा शामिल हैं। यह खंड असावटी, पलवल और गौतमबुद्ध नगर डीएफसी को भारतीय रेल से जोड़ता है।