Saturday, May 18, 2024
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भारत के पहलवानों को वर्ल्ड रेसलिंग ने दिया तगड़ा झटका, WFI की सदस्यता रद्द, जानें क्या है वजह

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भारतीय कुश्ती में पिछले कुछ महीनों से बवाल मचा हुआ है। विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया सहित कई पहलवानों ने तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया था। पहलवानों ने काफी समय तक धरना प्रदर्शन किया।

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नई दिल्ली। भारत के पहलवानों को यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने तगड़ा झटका दिया है। यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने बड़ा फैसला लेते हुए भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता को रद्द कर दिया है। बताया जा रहा है कि भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता 45 दिन में चुनाव नहीं करवाने चलते रद्द की गई है।

बता दें कि पिछले कुछ महीने पहले कुछ महिला पहलवानों ने कुश्ती संघ अध्यक्ष ब्रज भूषण शरण सिंह पर यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। जिसके बाद ब्रजभूषण शरण सिंह को पद से इस्तीफा देना पड़ा था। 15 जुलाई तक कुश्‍ती संघ के चुनाव नहीं कराए जाने के बाद अब सदस्यता रद्द कर दी गई है।

इस फैसले के बाद भारतीय पहलवान अब 16 से 22 सितंबर के बीच सर्बिया में होने वाली पुरुषों की वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में भारतीय झंडे के तले नहीं खेल पाएंगे। भारतीय पहलवानों को इस ओलिंपिक-क्वालिफाइंग चैंपियनशिप में UWW के बैनर तले ही खेलना होगा।

इस साल की शुरुआत से ही भारतीय कुश्ती विवादों में चल रही है। मई में UWW ने WFI को सदस्यता रद्द करने की धमकी भी दी थी। भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव 12 अगस्त को होने थे, मगर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने वोटिंग से ठीक एक दिन पहले चुनाव पर रोक लगा दी थी। इससे पहले आपको बता दें यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने भारतीय कुश्ती संघ को 45 के अंदर चुनाव कराने के लिए कहा था, मगर काफी समय बीत जाने के बावजूद चुनाव नहीं हो पाए। इसी वजह से यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने यह एक्शन लिया है।

भारतीय ओलंपिक संघ ने 27 अप्रैल को तदर्थ पैनल नियुक्त किया था और समिति को 45 दिनों के भीतर चुनाव कराने थे। पहले 7 मई को चुनाव होने थे लेकिन लेकिन खेल मंत्रालय ने इस प्रक्रिया को अमान्य घोषित कर दिया था। जुलाई में होने वाले चुनाव से पहले असम रेसलिंग एसोसिएशन अपनी मान्यता को लेकर असम हाईकोर्ट पहुंच गई। जिसके बाद कोर्ट ने चुनाव पर स्टे लगा दिया। इसके बाद अगस्त में भी चुनाव नहीं हो पाए।

भारतीय कुश्ती में पिछले कुछ महीनों से बवाल मचा हुआ है। विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया सहित कई पहलवानों ने तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया था। पहलवानों ने काफी समय तक धरना प्रदर्शन किया। जिसके बाद खेल मंत्रालय ने फेडरेशन के पदाधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। पदाधिकारियों को सस्पेंड करने के बाद एडहॉक कमेटी फेडरेशन का काम संभाल रही थी।

बीते दिनों फेडरेशन के चुनाव 12 अगस्त को होने थे। अध्यक्ष पद के लिए 4 उम्मीदवारों ने नॉमिनेशन भरा था। अध्यक्ष पद के लिए एक महिला ने भी नॉमिनेशन भरा था। अध्यक्ष पद के लिए नॉमिनेशन भरने वाले संजय सिंह को लेकर पूरा बवाल मचा था. संजय को बृजभूषण सिंह का करीबी बताया गया। चुनाव में उनके उतरने पर प्रदर्शन करने वाले पहलवान अपनी नाराजगी जता चुके थे। वो एकमात्र महिला उम्मीदवार और पूर्व पहलवान अनीता श्योरण को सपोर्ट कर रहे थे।

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