रोहतक: विश्व तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य मे शनिवार को कम्युनिटी मेडिसिन विभाग, डेंटल कॉलेज के पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री एवं मानसिक स्वास्थ्य संस्थान के राज्य व्यसन निर्भरता उपचार केंद्र के संयुक्त तत्वाधान मे चौधरी रणबीर सिंह ओपीडी में तम्बाकू के दुष्प्रभाव एवं बचाव से संबंधित चित्र प्रदर्शनी, हेल्प डेस्क व लेक्चर थियेटर पांच में व्याख्यान का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी का शुभारंभ पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एच.के. अग्रवाल ने रिबन काटकर किया।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ. एच.के. अग्रवाल ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि तंबाकू व धूम्रपान का सेवन न करें क्योकि इस आदत से हर साल विश्व में हजारों लोग मौत का शिकार बनते है। यह न केवल धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों के लिए हानिकारक है अपितु धूम्रपान नहीं करने वाले व्यक्ति जो धूम्रपान करने वाले के आसपास हों, सांस के साथ धुंआ अंदर ले रहे हों जिन्हें पैसिव स्मोकर कहते है, उनके लिए भी उतना ही हानिकारक है।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि हमें यह जागरूकता अभियान यहीं तक सीमित नहीं रखना है बल्कि हमें इसे गांव व ब्लाॅक स्तर पर भी चलाना चाहिए ताकि युवाओं को तंबाकू की लत से दूर रखा जा सके। उन्होंने कहा कि ओपीडी में भी हिंदी में पोस्टर लगाएं जाएं ताकि लोग उसे पढकर जागरूक हो सकें।
पीजीआईएमएस के निदेशक डाॅ.एस.के. सिंघल ने कहा कि यह दिवस जागरूकता के लिए मनाया जाता है। तंबाकू कैंसर के रूप में जानलेवा साबित होता है, ऐसे में हमें किसी भी रूप में इसके सेवन से बचना चाहिए। डाॅ. सिंघल ने कहा कि हमें अपने आसपास के लोगों को कैंसर के नुकसान की फोटो दिखानी चाहिए।
छात्रों ने नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया
पीजीआईडीएस के प्राचार्य डाॅ. संजय तिवारी ने तीनों विभागों को इस आयोजन के लिए बधाई दी। डॉ. रमेश वर्मा ने बताया कि आज डेंटल एवं उनके विभाग के पीजी छात्रों ने नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया है और एलटी पांच में ऑफलाइन व ऑनलाइन व्याख्यान रखा गया है, जिसमें पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के चिकित्सक व्याख्यान देंगे।
डाॅ. मंजूनाथ ने बताया कि पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री विभाग पीजीआईडीएस में कोई भी तंबाकू छोडने का इच्छुक आकर काउंसलिंग ले सकता है। डाॅ.मंजूनाथ ने बताया कि धूम्रपान व तंबाकू सेवन बीमारियों की जड़ है। विश्वभर में मृत्यृ एवं अनेक रोगों का मुख्य कारण तंबाकू सेवन माना गया है।
तम्बाकू के बदले इन चीजों का करें प्रयोग
डाॅ. सिद्धार्थ आर्य ने बताया कि यदि आपको तंबाकू सेवन की प्रबल इच्छा हो रही है तो तम्बाकू के बदले सौंफ, इलायची एवं कच्ची सब्जियां और सलाद का सेवन करें, पानी ज्यादा मात्रा मे पिएं, लंबी गहरी सांस लेना आपको शांत कर सकता है और तंबाकू की तलब को कम करने में भी सहायता करता है। उन्होंने बताया कि तंबाकू छुड़वाने के लिए पीजीआई के नशा मुक्ति केंद्र में विशेष क्लीनिक चलाया जाता है।
ई-सिगरेट का चलन बहुत ही हानिकारक
जनसंपर्क विभाग के इंचार्ज डाॅ. वरुण अरोड़ा ने मंच का संचालन करते हुए बताया कि आजकल ई-सिगरेट का चलन चल रहा है जोकि बहुत ही हानिकारक है। डॉ वरुण ने बताया कि पोस्टर प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार यूजी छात्रा आरुषि गुप्ता को मिला, वहीं दूसरा पुरस्कार डॉक्टर सीमा और बीडीएस छात्रा मेघा को मिला, तीसरा स्थान पीजी छात्रा डॉ नेहा और डॉक्टर मीनू ने प्राप्त किया। इस अवसर डॉ नीलम, डॉ मीना, डॉ मीनाक्षी, डॉ विनोद, डॉ आदर्श, डॉक्टर विनय फोगाट, पीजी छात्र कम्युनिटी मेडिसिन, पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री विभाग, मनोरोग विभाग के अधिकतर चिकित्सक उपस्थित रहे।