Friday, May 10, 2024
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जानिए कब है विकट संकष्टी चतुर्थी, जानें तिथि, शुभमुहूर्त और महत्व

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Vikat Sankashti Chaturthi 2023: आज से बैसाख माह की शुरुआत हो चुकी है। प्रत्येक साल के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन विकट संकष्टी चतुर्थी (Vikat Sankashti Chaturthi 2023) का व्रत रखा जाता है। इस खास दिन पर भगवान गणेश के एकदंत रुप की पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन रात का चंद्रमा की पूजा और दर्शन करने के बाद व्रत खोला जाता है। मान्यता है कि विकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखने से श्रद्धालु के बल, बुद्धि और विवेक में वृद्धि होती है।

विकट संकष्टी चतुर्थी तिथि (Vikat Sankashti Chaturthi 2023)

इस साल वैशाख कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 9 अप्रैल को सुबह 9 बजकर 35 मिनट पर होगा और इस तिथि का समापन अगले दिन 10 अप्रैल को सुबह 08 बजकर 37 मिनट पर हो जाएगा।  ऐसे में 9 अप्रैल 2023 रविवार के दिन विकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जायेगा।

विकट संकष्टी शुभ मुहूर्त

  • गणपति की पूजा सुबह का मुहूर्त – सुबह 09:13 – सुबह 10:48
  • गणेश जी की पूजा शाम का मुहूर्त – शाम 06.43 – रात 09.33
  • चंद्रोदय समय –  रात 10.02

विकट संकष्टी पर भ्रदा का साया 

विकट संकष्टी चतुर्थी पर भ्रदा का साया रहेगा। भद्रा की शुरुआत 08 अप्रैल 2023 रात 09 बजकर 56 मिनट पर शुरू होगी और 09 अप्रैल 2023 को इसका समापन सुबह 09 बजकर 35 मिनट पर होगा। भ्रदा में किसी भी मांगलिक कार्य को करने की मनाही होती है लेकिन गणेश जी की पूजा पर इसका कोई असर नहीं पड़ता है।

विकट संकष्टी चतुर्थी का महत्व 

कहते हैं विकट संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश और माता चौथ की पूजा करने से संतान पर आने वाले सारे दुख और मुसीबतें दूर हो जाती है। वैवाहिक जीवन में बढ़ रहा तनाव खत्म हो जाता है। उपवास का पालन करने से घर और कारोबार में आ रही समस्याएं भी दूर हो जाती है।  कमजोर बुद्धि वाले के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। चतुर्थी पर चंद्रमा को अर्घ्य देने पर मानसिक कष्ट खत्म होते हैं और परिवार में खुशहाली आती है। रुके हुए मांगलिक कार्य पूरे होते हैं।

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