चंडीगढ़, एमएसपी और केंद्र की अन्य मांगों को लागू कराने के लिए किसान पिछले 10 दिनों से हरियाणा के शंभू और संगरूर बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं, लेकिन केंद्र द्वारा उनकी बात नहीं सुनी जा रही है, बल्कि किसानों पर अत्याचार किया जा रहा है। साथ ही आंदोलन में किन नीतियों को आगे बढ़ाया जाएगा।
इसी को लेकर आज संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किसान आंदोलन को लेकर चंडीगढ़ में बैठक की जा रही है. इसमें देशभर से 100 से ज्यादा किसान नेता पहुंचे हैं। इस बीच किसानों के संघर्ष को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। बैठक के बाद किसान नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसमें वह अपनी आगे की रणनीति स्पष्ट करेंगे। बैठक के बाद निर्णय लिया जाएगा कि संगठनों की बैठक होगी या नहीं?
किसान नेता हरिंदर सिंह लाखोवाल और मनजीत सिंह उमादा ने कहा कि जिस तरह से हरियाणा पुलिस यहां गैस के गोले छोड़ रही है, वह गलत है। बैठकर ही बातचीत की जा सकती है और खनुरी बॉर्डर पर कई शहीद युवा भी हैं। मुझे इस बात का दुख है, अगर जरूरत पड़ी तो सभी संगठन फिर से एक साथ आ सकते हैं। इससे पहले भी सभी किसान संगठनों ने मिलकर लड़ाई लड़ी थी और जीत हासिल की थी।
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जानकारी के मुताबिक किसानों की बैठक दोपहर 12 बजे शुरू होगी। इसमें किसान आंदोलन के हर पहलू पर विचार किया जाएगा। इसके बाद अगली रणनीति तय की जायेगी। हालांकि, संयुक्त किसान मोर्चा अब तक सीधे तौर पर इस संघर्ष में शामिल नहीं हुआ है। वहीं किसान नेताओं का कहना है कि किसानों को खरीद की गारंटी का कानून बनाया जाना चाहिए।