पंजाब, प्रदेश में जेठ की गर्मी ने जहां पंजाब को भट्टी की तरह तपा दिया है, वहीं बिजली की मांग भी पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है। आज प्रदेश में बिजली की मांग 13 हजार मेगावाट से अधिक हो गयी है, जो पिछले वर्ष से कहीं अधिक है। पावरकॉम के सरकारी थर्मल प्लांट की दो यूनिटें आज अचानक बंद हो गईं।
एकत्रित जानकारी के अनुसार आज दोपहर दो बजे के बाद बिजली की मांग 13 हजार मेगावाट को पार कर गयी। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे बिजली की मांग 1376 मेगावाट तक पहुंच गयी। पावरकॉम के सरकारी स्वामित्व वाले रोपड़ थर्मल प्लांट ने तकनीकी खराबी के कारण दो इकाइयों को बंद कर दिया, जिससे भीषण गर्मी में पावरकॉम के लिए परेशानी खड़ी हो गई।
इस साल बिजली की मांग में बड़ा इजाफा हुआ है। बिजली उत्पादन की बात करें तो पावरकॉम के सरकारी थर्मल प्लाटों से करीब 1467 मेगावाट बिजली पैदा की जा रही है। जबकि कल 1800 मेगावाट से अधिक बिजली का उत्पादन हो रहा था। आज सरकारी रोपड़ थर्मल प्लांट की दो यूनिटें बंद हो गईं और दोनों यूनिटों से सिर्फ 360 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा था, जबकि पहले रोपड़ थर्मल प्लांट से 695 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था।
सरकार द्वारा संचालित लहरा मोहब्बत थर्मल प्लॉट की तीन इकाइयां चालू हैं और 651 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। इससे गोइंदवाल साहिब थर्मल प्लांट की दोनों यूनिटों से 458 मेगावाट बिजली प्राप्त हो रही है।
अगर निजी थर्मल प्लांट राजपुरा की बात करें तो इसकी दोनों यूनिटों से 1324 मेगावाट बिजली मिल रही है और इसकी दोनों यूनिटें पूरी क्षमता से जल रही हैं। धान के सीजन में बिजली की मांग 15000 मेगावाट से अधिक होने का अनुमान है।