रोहतक। रोहतक में अलसुबह दर्दनाक सड़क हादसे में एक भावी डॉक्टर की जान चली गई। आधी रात को दो बजे के करीब दिल्ली हाईवे पर बहुअकबरपुर गांव के पास डिवाइडर से टकराकर एमबीबीएस स्टूडेंट की मौत हो गई। मृतक की पहचान डॉ मोहित के रूप में हुई है जो सिरसा के दड़बा कलां का रहने वाला था जो इन दिनों परिवार के साथ भिवानी के खानक गांव में रह रहा था। मृतक मोहित अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था।
जानकारी के अनुसार शहर से करीब 18 किलोमीटर की दूरी पर दिल्ली हाइवे पर स्थित बहुअकबरपुर गांव के पास अलसुबह हुए सड़क हादसे में एक एमबीबीएस स्टूडेंट की जान चली गई। मृतक 30 वर्षीय मोहित कार में सवार था। उसकी कार बहुअकबरपुर में हिसार-दिल्ली हाईवे पर अनियंत्रित हुई और एक डिवाइडर से टकराकर से जा टकराई। गंभीर रूप से घायल मोहित को स्थानीय लोगों ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सड़क हादसे में जान गंवाने वाला मोहित पीजीआई में वर्ष 2012 बैच का एमबीबीएस स्टूडेंट था। सेकंड इयर में उसने पारिवारिक वजह से अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी। अब उसे दोबारा से अपना कोर्स पूरा करने की परमिशन मिली थी। इसी सिलसिले में वो शुक्रवार को मोहित अपने दोस्त से मिलने गांव बलम्भा में गया था जब वहां से वापस लौट रहा था। अलसुबह करीब दो बजे वापिस आते हुए उसकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। एक्सीडेंट के बाद मोहित नहीं बच सका और उसकी जान चली गई।
मोहित के चचेरे भाई सुरेंद्र ने बताया कि कल मोहित अपने दोस्त से मिलने गांव बलम्भा में गया था जब वहां से वापस लौट रहा था। आधी रात 2 बजे दिल्ली हाईवे पर बहुअकबरपुर गांव के पास उसकी कार का संतुलन बिगड़ गया और डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जहां स्थानीय लोगों ने मोहित को वहां एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मोहित अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उनके पिता गांव में ही अपना स्कूल चलाते हैं पिता का शुरू से ही सपना था कि वह अपने बेटे को एमबीबीएस डॉक्टर बनाएगा लेकिन कुदरत को शायद कुछ और ही मंजूर था । वह एमबीबीएस बनने से पहले ही इस दुनिया से अलविदा कह गया। रोहतक पुलिस जांच में जुटी है और उन्होंने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया है।