कुरुक्षेत्र। उपायुक्त राजेश जोगपाल ने फसल अवशेष प्रबंधन पर अधिकारियों की बैठक लेते हुए उन्हें अवगत करवाया कि आगजनी की घटनाओं पर सेटेलाइट के माध्यम से सीधी निगरानी रखी जा रही है। इसलिए सम्बन्धित अधिकारी फील्ड में सजग रहकर कार्य करे और यदि कहीं पर भी फसलों के अवशेष जलने की शिकायत मिलती है तो नियमानुसार उस पर कार्रवाई करे।
उपायुक्त राजेश जोगपाल ने कहा कि खेतों में पड़े फसलों के अवशेष जलने से भूमि की उपजाऊ शक्ति नष्ट हो जाती है मित्र कीट भी खत्म हो जाते है। इसलिए किसानों को इस बारे जागरूक करना है कि फसलों के अवशेषों में आग ना लगाएं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा किसानों को इस विषय बारे जागरूक करने का काम निरतंता में किया जा रहा है तथा आगजनी की घटनाओं की मॉनिटरिंग हेतु नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए है। इसके साथ-साथ सभी खण्ड स्तरों पर 4 सदस्यीय अधिकारियों की टीमों का गठन कर दिया गया है, जिसमें कृषि विभाग, पुलिस, पंचायत विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारी शामिल किए गए है।
कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. कर्मचंद ने बताया कि यदि कोई किसान अपने खेतों में पराली में आग लगाता है तो उसकी सूचना सीधे राजस्व विभाग के माध्यम से पटवारियों को भेजकर उनके फॉर्म रिकॉर्ड में रेड एंट्री दर्ज करने बारे भी आदेश दे दिए गए है ताकि किसान फसलों के अवशेषों में आग ना लगाए। उन्होंने बताया कि अब तक जिला में 11 किसानों पर जुर्माना लगाया जा चुका है। भविष्य में भी यदि किसी किसान ने पराली में आग लगाने की कोशिश की तो उसके खिलाफ जुर्माना लगाने के साथ-साथ अन्य कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति पराली में आगजनी की सूचना पुलिस हेल्पलाइन नं. 112 पर भी दे सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि जिले में पराली प्रबंधन हेतु पर्याप्त मशीनरी उपलब्ध है। किसानों को लगातार जागरूक किया जा रहा है कि पराली में बिल्कुल भी आग न लगाए। इसे इन-सीटू मैनेजमेंट के माध्यम से खेतों में मिलाए और अपनी भूमि की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाए। इस अवसर पर सहायक कृषि अभियंता राजेश वर्मा एवं अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।