जींद। ISRO द्वारा 20 अगस्त को आयोजित एक भर्ती परीक्षा में ‘मुन्ना भाई’ स्टाइल में नकल करते हुए 6 परीक्षार्थियों को गिरफ्तार किया गया था। भर्ती परीक्षा में नकल के तार हरियाणा से जुड़ गए हैं। पकड़े गए सभी परीक्षार्थी हरियाणा के रहने वाले हैं, और उनके सहयोगी जो विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) में टेक्निकल स्टाफ की भर्ती परीक्षा में नकल कर रहे थे। तिरुअनंतपुरम के तीन परीक्षा केंद्रों में छह युवकों को नकल करते पकड़ा था। जिसमे जींद जिले से 5 युवक और एक युवक हिसार जिले का रहने वाला है।
केरल पुलिस के मुताबिक, रविवार को सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। आरोपी वीएसएससी में टेक्निकल असिस्टेंट के लिए ली गई परीक्षा में अन्य अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा दे रहे थे। केरल पुलिस के अनुसार, सूचना पर पर्यवेक्षकों ने सभी उम्मीदवारों की विस्तृत तलाशी ली गई, इस दौरान आरोपी ब्लूटूथ डिवाइस का उपयोग कर रहे थे। गिरफ्तार 2 उम्मीदवारों ने प्रश्नों की तस्वीरें खींचने के लिए मोबाइल फोन के कैमरे का इस्तेमाल किया था। इसके बाद बाहर किसी को भेजा था। आरोपियों के कान में लगे ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए इसका उत्तर दिया जा रहा था। पुलिस ने मामला दर्ज आगे की कार्रवाई शुरू कर दी थी।
आइपीएस दीपक धनखड़ की अगुआई में आई केरल पुलिस गुरुवार शाम जींद पहुंची और आते ही उचाना के गांव दुर्जनपुर व काकड़ौद पहुंची। यहां के छह युवकों की पहचान की गई है। जींद के एसपी सुमित कुमार ने बताया कि यहां पहुंची केरल पुलिस को मिले तथ्यों के आधार पर जांच की जा रही है। गौरतलब है कि 20 अगस्त को हुई परीक्षा के दौरान तिरुअनंतपुरम के तीन परीक्षा केंद्रों में छह युवकों को नकल करते पकड़ा था।
इस मामले में जींद जिले के जगदीप, सोनू, अमित, मनोज कुमार, गौतम चौहान के नाम सामने आ चुके हैं। जिले के 12 युवक केरल पुलिस के रडार पर हैं। केरल पुलिस हरियाणा के उन सभी 85 उम्मीदवारों के संबंध में जांच करेगी, जिन्होंने परीक्षा दी है। इसके लिए टीम अभी कई दिन तक यहां रहेगी। इससे पहले भी दुर्जनपुर व काकड़ौद गांव के तार प्रश्न पत्र लीक व नकल करवाने के मामले में जुड़े रहे हैं।
करीब पांच साल पहले लखनऊ में हुई सहायक जिला न्यायवादी की परीक्षा में फर्जी उम्मीदवार परीक्षा देते पाए गए थे। इस दौरान पांच लोगों को पकड़ा था। यह पांचों इन दोनों गांवों के थे। तीन साल पहले दिल्ली हाई कोर्ट में ग्रुप-डी की भर्ती में काकड़ौद गांव के एक पोल्ट्री फार्म से प्रश्न हल करवाए जा रहे थे। दिल्ली पुलिस ने यहां दबिश देकर छह लोगों को पकड़ा था। इसमें कैग में कार्यरत एक व्यक्ति भी शामिल था।