रोहतक। हरियाणा में एक बार फिर जाट आरक्षण का जिन्न बाहर निकल आया है। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति और जाट सेवा संघ ने रोहतक के जसिया गांव के छोटूराम धाम में भाईचारा महासम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में जाट आरक्षण के मुद्दे पर केंद्र और हरियाणा सरकार के प्रति नाराजगी देखने को मिली। नेताओं ने आरक्षण की जबरदस्त पैरवी की। जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय संयोजक यशपाल मलिक ने कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हरियाणा और केंद्र सरकार ने जाट समाज को ओबीसी में आरक्षण देने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं किया गया है।
समिति के राष्ट्रीय संयोजक यशपाल मलिक ने कहा कि जाटों से किए हर वादे से केंद्र और प्रदेश की सरकार मुकर रही है। आंदोलन के दौरान दर्ज कुछ केस भी अभी तक वापस नहीं हुए हैं। ना तो आंदोलन को लेकर जेल में बंद सभी युवाओं को रिहा किया गया है और न ही केंद्र व राज्य सरकार आरक्षण देने के मामले में आगे बढ़ी है। इस बार योजनाबद्ध तरीके से आंदोलन को चलाया जाएगा। इस बार सत्ताधारी पार्टियों के खिलाफ बोट की चोट करने का अभियान चलाएंगे। अगर सरकार जाट समाज की मांगें पूरी नहीं करती तो आंदोलन के साथ साथ राजनीतिक फैसला के लिए भी तैयार रहना होगा। सरकार उन्हें राजनीतिक विरोध करने के लिए मजबूर कर रही है। अगर सरकार अपना वादा पूरा नहीं करती है तो सरकार पर वोट की चोट के लिए देश भर में अभियान चलाएंगे।
समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप सिंह दहिया ने बताया कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने 2016, 2017, 2019 और 2022 के चुनावी वादों को आज तक पूरा नहीं किया। सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि इस बार आरक्षण की मांग को लेकर जाट न तो सड़कों पर उतरेंगे और न ही ट्रैक रोकेंगे। उन्होंने कहा कि इस बार जाट समाज को जागरुक किया जाएगा और चुनाव आने पर वोट की चोट से वार किया जाएगा। अब आगामी आंदोलन की तैयारी के लिए दिल्ली के नांगलोई में स्थित दीनबंधु छोटूराम धर्मशाला में हरियाणा, दिल्ली और उत्तरप्रदेश के मुख्य पदाधिकारियों की बैठक करने का निर्णय लिया गया है। वहीं से आगामी रणनीति का ऐलान किया जाएगा। गंगाराम श्योराण ने बताया कि छोटूराम धाम में अब तक साढ़े 24 एकड़ जमीन लेकर एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लाक और एक हास्टल की एक विंग भी तैयार कर दी गई है।
राष्ट्रीय महासचिव और हरियाणा प्रभारी आजाद लठवाल ने कहा कि जाट समाज हर तरह के आंदोलन के लिए तैयार है। शीर्ष नेतृत्व के आदेश का इंतजार है। आदेश मिलते ही हर हाल में उसका पालन करेंगे। उन्होंने यशपाल मलिक को जाट कौम का मसीहा बता दिया। समिति के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष गंगाराम श्योराण ने कहा कि आज जाट को छोड़कर तमाम जातियों को देशभर में आरक्षण दिया गया है। केवल उन्हें वंचित रखा गया है। चुने हुए युवाओं को नौकरी से वंचित रखा गया है। ये जाटों के साथ अन्याय है। वह अपने अधिकार के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने को तैयार है।
गौरतलब है कि हरियाणा में जाट आरक्षण का मुद्दा काफी अहम रहा है। फरवरी 2016 में हरियाणा में आरक्षण की आग बुरी तरह फैली थी। इसका असर प्रदेश के 8 जिलों में दिखाई दिया था। बड़े पैमाने पर हिंसा में 30 लोगों की मौत भी हुई थी। यहीं नहीं प्रदेश की हजारों करोड़ रुपये की निजी और सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ था। इसके बाद सरकार को आंदोलनकारियों के दबाव में झुकना पड़ा और आरक्षण देने की बात कहीं थी।