कामकाजी महिलाओं के बच्चों की देखभाल के लिए शुरू की गई राष्ट्रीय क्रेच (शिशुगृह) योजना के अंतर्गत केन्द्रीय महिला और बाल विकास मंत्रालय की टीम ने सोनीपत जिला में स्थित क्रेच सेंटरों (शिशुगृह) व प्ले स्कूल/आंगनवाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण कर वहां पर बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं का निरीक्षण किया। टीम में महिला और बाल विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव डॉ० प्रीत्तम यशवंत व उप-सचिव अभिषेक आंनद सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बारिकी से पूछताछ की
इस दौरान उन्होंने जिला सोनीपत स्थित विभिन्न क्रेच सेंटरों का दौरा किया और वहां पर मौजूद स्टॉफ से बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बारिकी से पूछताछ की। उहोंने क्रेंच सेंटर में कार्य करने वाली महिला कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे बच्चों की अच्छी देखभाल करने के साथ-साथ उनकी पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया करवाना सुनिश्चित करें।
संयुक्त सचिव डॉ. प्रीत्तम यशवंत ने बताया कि केन्द्र सरकार ने कामकाजी महिलाओं के बच्चों की देखभाल करने व उनको सुरक्षा प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय क्रेच (शिशुगृह) योजना की शुरूआत की थी। इन क्रेच सेंटरों में बच्चों की देखभाल के लिए एक सुरक्षित और अच्छी जगह प्रदान की जाती है ताकि कामकाजी महिलाएं बिना किसी चिंता के काम कर सके। उन्होंने बताया कि कामकाजी महिलाओं की सुविधा के लिए बनाए गए इन क्रेच सेंटर में 6 महीने से 6 साल तक के बच्चों को एडमिशन दिया जाता है।
हरियाणा देश का पहला राज्य जिसने इस योजना को प्रदेश में लागू किया
महिला एवं बाल विकास विभाग हरियाणा की संयुक्त निदेशक पूनम रमन ने बताया कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जिसने राष्ट्रीय क्रेच (शिशुगृह) योजना को प्रदेश में लागू किया। आज हरियाणा में बनाए गए सभी क्रेच सेंटरों में रहने वाले बच्चों को सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जाती है ताकि उनका शैक्षणिक व शारीरिक विकास हो सके।