Sukanya Samriddhi Yojana scam : मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गौरिहार जनपद के बरहा गांव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बरहा गांव के इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के ब्रांच पोस्ट मास्टर गौतम पासवान पर ग्रामीणों का हजारों रुपये लेकर फरार होने का आरोप है। इस घटना से न केवल गांव के लोग अपनी गाढ़ी कमाई खोने से परेशान हैं, बल्कि उनका विश्वास भी टूट गया है।
गांव का पैसा लेकर भागा Sukanya Samriddhi Yojana scam
गौतम पासवान, जो बिहार का रहने वाला है, बरहा गांव में पोस्ट मास्टर के पद पर कार्यरत था। ग्रामीणों ने अपनी मेहनत की कमाई सुकन्या समृद्धि योजना और अन्य खातों में जमा करने के लिए उसे दी थी।
लेकिन, गौतम ने यह पैसा खातों में जमा करने के बजाय अपने पास रख लिया और अब वह गांव से लापता है। ग्रामीणों का कहना है कि गौतम गांव में कम ही समय रुकता था और अब सात महीने से उसने वहां कदम नहीं रखा है।
सुकन्या समृद्धि योजना का पैसा डूबा Sukanya Samriddhi Yojana scam
गांव के निवासी राकेश कुमार लखेरा ने बताया कि उनके परिचित छोटे कुशवाहा ने सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 10,000 रुपये जमा किए थे। लेकिन अब वह पैसा गायब है।
इसके अलावा, रिटायर्ड डाकिया मइयादीन सिंह ने बताया कि गौतम ने कई ग्रामीणों से पैसे लिए, लेकिन उन्हें खातों में जमा नहीं किया।
हजारों रुपये डूबे, लोग परेशान
रिटायर्ड पोस्ट मास्टर कल्लू शुक्ला ने कहा कि उन्होंने 8,000 रुपये जमा करने के लिए दिए थे, लेकिन वह पैसा खाते में नहीं पहुंचा।
गांव के देवीदीन साहू ने भी बताया कि उन्होंने 10,000 रुपये जमा करने के लिए दिए थे, लेकिन वह भी गायब हैं। यह धोखाधड़ी गांव के कई निवासियों को बुरी तरह प्रभावित कर रही है।
किराया तक नहीं दिया, मकान मालिक भी ठगा गया
गौतम पासवान ने रामफल साहू के घर में किराए पर कमरा लिया था, जहां से उसने इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक का संचालन किया। लेकिन, सात महीने पहले वह अपना सामान छोड़कर भाग गया।
रामफल साहू ने बताया कि गौतम ने न तो किराया दिया और न ही कमरे का ताला खोलने कोई आया।
क्या कह रहे हैं अधिकारी?
पोस्ट ऑफिस के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि गौतम पासवान अब गांव में नहीं है और उसके बिहार भागने की सूचना है।
हालांकि, अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। ग्रामीण अब न्याय की उम्मीद कर रहे हैं और गौतम पासवान पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी
यह घटना ग्रामीण इलाकों में जागरूकता की कमी और धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को उजागर करती है। इसलिए, यह जरूरी है कि लोग अपनी मेहनत की कमाई सुरक्षित रखने के लिए सतर्क रहें और वित्तीय लेनदेन में पारदर्शिता बनाए रखें।