WinZO गेम्स, जो आज भारत का एक प्रमुख गेमिंग प्लेटफॉर्म बन चुका है, की शुरुआत उत्तर प्रदेश के एक छोटे से शहर से हुई थी। इस गेमिंग प्लेटफॉर्म की संस्थापक सौम्या सिंह राठौर हैं, जिन्होंने करीब 10 साल तक कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम करने के बाद इस गेमिंग बिजनेस को शुरू किया। सौम्या का सपना था कि वह गेमिंग के क्षेत्र में कुछ बड़ा करें, और आज उनकी मेहनत ने WinZO को 2500 करोड़ रुपये के कारोबार में बदल दिया है।
सौम्या का जन्म 1988 में उत्तर प्रदेश के एक छोटे शहर में हुआ था। उन्होंने मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में पोस्ट-ग्रेजुएशन किया और फिर भारत में कॉर्पोरेट क्षेत्र में 10 साल काम किया। इसके बाद, उन्होंने पवन नंदा के साथ मिलकर साल 2018 में WinZO गेम्स की शुरुआत की। पवन नंदा पहले ZO Rooms के सह-संस्थापक रहे थे, हालांकि उनका यह बिजनेस सफल नहीं हो सका। सौम्या और पवन ने 3.3 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाकर WinZO की शुरुआत की थी।
WinZO गेम्स ने 2019 तक 2 करोड़ से अधिक यूजर्स हासिल कर लिए थे और महीने में 200 करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन हो रहा था। 2020 में, इसने भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ी एमएस धोनी को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया और शाहरुख खान की आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ एक स्पॉन्सरशिप डील की।
WinZO गेमिंग प्लेटफॉर्म माइक्रो-ट्रांजैक्शन मॉडल पर आधारित है, जिसमें यूजर्स रीयल-टाइम मल्टीप्लेयर गेम खेल सकते हैं और 2 से 25 रुपये की रकम लगाकर इनाम जीत सकते हैं। इसका फोकस टियर-2 और टियर-3 शहरों पर है, जहां इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।