Haryana Government School: हरियाणा सरकार अब खेल-कूद स्तर पर ज्यादा ध्यान देने की कोशिश में लगी हुई है। इसके लिए सरकारी स्कूलों में खेल-कूद की सुविधायें बढ़ाई जाएगी। प्रदेश के अधिकतर सरकारी स्कूलों में खेल मैदान के अलावा उपकरण उपलब्ध हैं। वहीं कई स्कूलों में इसकी कमी है जिसको लेकर लगातार डिमांड की जा रही है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने खेल सुविधाओं और संसाधनों की मैपिंग कराने का निर्णय लिया है।
ये मैपिंग ज्योग्राफिकल इंफार्मेशन सिस्टम तकनीक के अंतर्गत होगी. शिक्षा विभाग की ओर से सभी स्कूलों के मुखियाओं से इस बारे में 25 अप्रैल तक ऑनलाइन जानकारी भेजने के निर्देश दिए हैं।स्कूलों में मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर के अलावा अपनी डिमांड भी स्कूल मुखियाओं को जिला शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से निदेशालय में भेजनी होगी। मैपिंग के जरिये न केवल स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर बल्कि उन स्कूलों की भी जिनमें खेल मैदान है लेकिन खेलने की सुविधायें नहीं है। इस मैपिंग के जरिये विभाग को हर स्कूल के खर्च किए जाने वाले खेल बजट का भी खाका तैयार करने में भी आसानी होगी।
25 अप्रैल तक ऑनलाइन डाटा अपलोड करने वाले स्कूलों की एंट्री ही मान्य होंगी। निर्धारित तिथि के भीतर स्कूलों द्वारा अपलोड किए डाटा को एडिट करने का भी विकल्प दिया है। साथ ही, विभाग की ओर से ऑनलाइन डाटा अपलोड करने में आने वाली परेशानियों व त्रुटियों को सुलझाने के लिए एमआईएस हेल्प डेस्क भी स्थापित की गई है। स्कूल मुखिया और शिक्षकों के द्वारा मोबाइल को वास्तविक स्कूल परिसर में रखकर मानचित्र एप्लीकेशन से जीआईएस स्थान अपलोड करना होगा। इसके बाद यह डाटा सैटेलाइट मैप के साथ अटैच होगा।
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आपको यहां बता दें कि ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) में सैटेलाइट के माध्यम से जमीनी आकृतियों, भू-भागों आदि को डिजिटल रूप में परिवर्तित किया जाता है। लिहाजा शिक्षा विभाग स्कूलों में जाए बिना ही मुख्यालय पर ही आसानी से स्कूल परिसर में खेल मैदान, सुविधाओं और संसाधनों को सीधा कंप्यूटर पर देख सकेगा।