Sunday, May 19, 2024
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रोहतक में तीन गांवों के स्कूल होंगे मर्ज, 3 किमी. दूर होगी पढ़ाई, यह है वजह

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चिड़ी, सिसरोली व समर खुर्द के स्कूल होंगे मर्ज, सर्वे के बाद भी विद्यार्थियों की संख्या नहीं बढ़ा पाए शिक्षक, शिक्षा विभाग ने इन तीनों स्कूलों में 20 से कम विद्यार्थी होने पर लिया इन्हें मर्ज करने का फैसला

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रोहतक। रोहतक के तीन गांवों के विद्यार्थियों की मुश्किलें बढ़ने वाली है। अब उन्हें पढ़ाई करने के लिए तीन किलोमीटर दूर जाना पड़ेगा। वजह है रोहतक जिले के 20 से कम विद्यार्थी संख्या वाले राजकीय प्राइमरी स्कूलों को अब मर्ज किया जाएगा। मौलिक शिक्षा निदेशालय ने जिले के तीन सरकारी स्कूलों को मर्ज करने के लिए सूची जारी की है। इन दिनों स्कूलों को नजदीकी राजकीय प्राइमरी स्कूलों में शिफ्ट करने के आदेश दिए हैं। इनमें राजकीय प्राथमिक विद्यालय समर खुर्द, राजकीय प्राथमिक विद्यालय सिसरोली और राजकीय प्राथमिक विद्यालय चिड़ी गांव शामिल हैं। जिन्हें नजदीकी राजकीय प्राथमिक स्कूलों में ही शिफ्ट किया जाएगा।

शिक्षा विभाग के मुताबिक, राजकीय प्राथमिक विद्यालय समर खुर्द, राजकीय प्राथमिक विद्यालय सिसरोली व राजकीय प्राथमिक विद्यालय चिड़ी में 60 से कम विद्यार्थी अध्यय कर रहे हैं, इसलिए इन तीनों स्कूलों को मर्ज किया जाएगा। इन स्कूलों के विद्यार्थियों को नजदीक के दूसरे विद्यालय में भेजा जाएगा। राजकीय प्राथमिक विद्यालय चिड़ी के विद्यार्थी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक चिड़ी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय सासरोली के विद्यार्थी राजकीय प्राथमिक विद्यालय चमारिया व राजकीय प्राथमिक विद्यालय समर खुर्द के विद्यार्थी राजकीय प्राथमिक विद्यालय समर गोपालपुर में भेजे जाएंगे। विभाग ने इन स्कूलों के बच्चों को अब नजदीक के स्कूलों में शिफ्ट करने का फैसला लिया है। मर्ज होने वाले स्कूलों में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थियों को स्कूल तक पहुंचने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से परिवहन भत्ता दिया जाएगा।

बता दे सरकारी स्कूलों में घट रहे दाखिले चिंता का विषय बन गए हैं। क्योंकि अब नौबत यह आ गई कि इन तीनों स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को प्रतिदिन करीब तीन से चार किलोमीटर दूर स्कूल पहुंचना होगा। इसलिए विभाग ने इन स्कूलों में बच्चों को अब नजदीक स्कूलों में शिफ्ट करने का फैसला लिया है। विभाग ने दावा किया कि यदि स्कूलों दोबारा से विद्यार्थी संख्या बढ़ जाती है तो इन्हें फिर शुरू कर दिया जाएगा। शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बच्चों को मर्ज किए गए स्कूलों में पहुंचने के लिए विभाग परिवहन शुल्क मुहैया कराएगा। गांव में बस रुकने के लिए एक हॉल्ट बना दिया जाएगा, ताकि विद्यार्थियों को स्कूल आने-जाने में दिक्कत न हो। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी।

शिक्षा विभाग ने इससे पहले भी जिले के पांच राजकीय मिडिल स्कूलों को मर्ज किया था। इनमें राजकीय मिडिल स्कूल लाहाली, राजकीय मिडिल स्कूल निगाना, राजकीय मिडिल स्कूल कसरेटी, राजकीय मिडिल स्कूल धामड़ और राजकीय मिडिल स्कूल भैणी सुरजन का नाम है। इन सभी स्कूलों को भी विभाग की ओर से कम विद्यार्थी संख्या का दावा करते हुए नजदीकी सरकारी स्कूलों में शिफ्ट कर दिया था।

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