रोहतक : नवनियुक्त उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने पदभार संभाल लिया है। जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप कौशिक, नगराधीश अंकित कुमार ने लघु सचिवालय परिसर पहुंचने पर उपायुक्त को पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया।
2012 बैच के आईएएस अधिकारी व नवनियुक्त उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के मध्य तनाव के दृष्टिगत जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। नागरिक संयम बरतें तथा जिला प्रशासन की ओर से समय-समय पर जारी की जाने वाली हिदायतों का पालन करें। उन्होंने कहा कि यदि सरकार की तरफ से ब्लैकआउट के आदेश प्राप्त होते हैं तो जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न मीडिया माध्यमों से आम जनता तक संदेश पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री घोषणाओं, सीएम विंडो, जनसंवाद, हर पथ इत्यादि पर प्राप्त शिकायतों का तत्परता से समाधान किया जाएगा।
उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि ब्लैकआउट के संदेश पर नागरिक इसे अपना कत्र्तव्य मानते हुए गंभीरता से लागू करें। ब्लैकआउट की स्थिति में बिजली की लाइट, सोलर लाइट, इंवर्टर या जनरेटर के साथ-साथ गैस व इलेक्ट्रिक उपकरण बंद करें। घर के अंदर रहें व खिड़कियों व बालकनियों से दूर रहें। यदि ब्लैकआउट के समय गाड़ी चला रहे है तो तुरंत अपनी गाड़ी को सड़क किनारे पार्क करें और लाइट बंद कर दें। ऐसी स्थिति में जहां हैं वही रहें और इधर-उधर न घूमें। खिड़कियों के पास फोन या एलईडी डिवाइस का प्रयोग न करें। सोशल मीडिया पर असत्यापित जानकारी को न फैलाएं। अफवाहों पर ध्यान न दें।
ब्लैकआउट की स्थिति के लिए अधिकारी करें प्रबंध
उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों कि बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि वे भारत-पाकिस्तान के मध्य तनाव के दृष्टिगत ब्लैकआउट की तैयारियां करें। उन्होंने कहा कि जिला के शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्राम पंचायत स्तर पर भी सायरन के प्रबंध किए जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि ब्लैकआउट की स्थिति में शहर में प्रत्येक घर तक सायरन का संदेश पहुंचे। इसके लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान कर सायं तक उच्च गुणवत्ता के सायरन लगाए जाए।
धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि शहर में विभिन्न पार्कों, सड़कों व गलियों में लगाई गई सोलर लाइट के संदर्भ में संबंधित विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि ब्लैकआउट की स्थिति में सोलर लाइटे भी बंद की जाए। उन्होंने कहा कि सिविल डिफेंस वालंटियरों को सिविल डिफेंस का प्रशिक्षण दिलवाया जाए। एनसीसी व एनएसएस के अलावा अन्य ऐसे संगठनों को सिविल डिफेंस वालंटियर में शामिल किया जाए तथा महाविद्यालय स्तर पर इन्हें प्रशिक्षण भी दिलवाया जाए।
जिला की सभी 142 ग्राम पंचायतों में भी सायरन लगवाए जाए। गांव में स्थित मंदिरों, गुरुद्वारों व अन्य धार्मिक स्थलों के माध्यम से मुनादी के प्रबंध करवाए जाए। आवश्यक संदेश को सरपंचों तक पहुंचाने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप इत्यादि बनाकर संचार योजना तैयार की जाए।