रोहतक। रोहतक बार एसोसिएशन ने आज फिर वर्क सस्पेंड किया है। एक अधिवक्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में पुलिस पर उचित कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। इसी वजह से अधिवक्ताओं ने सोमवार को वर्क सस्पेंड रखा, लेकिन कोई करवाई न होते देख आज मंगलवार को भी वर्क सस्पेंड कर दिया। शनिवार से लगातार कोर्ट में काम न होने के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस अभी तक अधिवक्ता की मौत के मामले की सही प्रकार से जांच नहीं कर पाई है, जिससे अधिवक्ताओं में भारी रोष है।
रोहतक जिला बार एसोसिएशन के प्रधान लोकेन्द्र फौगाट ने कहा कि करीब डेढ़ माह पहले ओमेक्स के पास जेएलएन नहर में रोहतक के एक अधिवक्ता ऋषभ दहिया का संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला था। वह घर से मस्तनाथ नगर में अपने एक दोस्त से मिलने गया था, लेकिन बाद में उसका शव मिला था। ऋषभ दहिया के पिता भी रोहतक कोर्ट में ही एक अधिवक्ता है और उन्होंने ऋषभ की हत्या का अंदेशा जताया था। लेकिन पुलिस ने ऋषभ के दोस्त को पूछताछ के बाद छोड़ दिया।
इसके बाद रोहतक बार एसोसिएशन सभी अधिवक्ताओ ने पुलिस से उचित और निष्पक्ष जांच कराने की मांग की गई थी। अधिवक्ताओं का आरोप है कि 45 दिन का समय बीत जाने के बावजूद भी पुलिस ने संतोषजनक कार्रवाई नहीं की, जिसके विरोध स्वरूप उन्होंने सोमवार को वर्क सस्पेंड रखा। इसके बाद पुलिस ने आश्वासन दिया था कि वे संबंधित डीएसपी, एसएचओ और आइ यो के साथ मिलकर कार्रवाई करेंगे लेकिन अभी तक न तो कोई पूछताछ हुई है कर न ही किसी से कोई बातचीत की है। पुलिस ऋषभ की मौत मामले में जरा भी गंभीर नहीं है।
प्रधान लोकेन्द्र फौगाट ने कहा कि हम यह नहीं चाहते की किसी निर्दोष को सजा मिले लेकिन पूछताछ कर पता चलेगा कि ऋषभ की हत्या हुई या दुर्घटना। हमने पुलिस को आज शाम के 5 बजे तक का समय दिया है इसके बाद हम सभी अधिवक्ता सड़क पर धरना देंगे। हमारा मकसद हमारे साथी को न्याय दिलाना है।