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रोहतक में प्रतियोगिता के लिए पहुंची रिकार्ड 200 सांझी
Friday, November 22, 2024
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रोहतक में प्रतियोगिता के लिए पहुंची रिकार्ड 200 सांझी कला कृतियां

- पारम्परिक धार्मिक आस्था से जुड़ी कला को संरक्षित करने की जरूरत - लुप्त होती सांझी कला को करना होगा प्रोत्साहित- अन्य राज्यों तक भी पहुंचे हरियाणा की यह कला- प्रतियोगिता के लिए पहुंची रिकार्ड 200 सांझी कला कृतियां

रोहतक। रोहतक में सांझी उत्सव प्रतियोगिता के लिए रिकार्ड 200 सांझी कला कृतियां पहुंची है। सांझी उत्सव 15 से 24 अक्टूबर तक रोहतक के एनडी स्टूडियो में आयोजित किया जा रहा है। 24 अक्टूबर को प्रतियोगिता का परिणाम घोषित किया जाएगा। हरियाणा लोक कला संघ, रोहतक के अध्यक्ष रघुवेंद्र मलिक ने कहा कि पहचान खोती जा रही हरियाणा की पारंपरिक धार्मिक आस्था से संबंधित कला को संरक्षित करने की सख्त जरूरत है।

उन्होंने कहा कि हमारी आस्था के साथ ही कला भी जुड़ी हुई है। उसी का एक उदाहरण सांझी भी है। आज सांझी लुप्त होने के कगार पर खड़ी है, जबकि अन्य प्रदेशों की आस्था से जुड़ी कला का विस्तार हो रहा है। हम भी चाहते हैं कि हरियाणा की पारंपरिक धार्मिक आस्था से जुड़ी सांझी का प्रचार-प्रसार भी अन्य राज्यों में हो। इसी को ध्यान में रखते हुए सांझी उत्सव का आयोजन किया जा रहा है।

रघुवेंद्र मलिक ने कहा कि विजेता महिला कलाकारों को प्रथम पुरस्कार के रूप में 51 हजार रुपये की राशि दी जाएगी। 31 हजार रुपए का द्वितीय पुरस्कार होगा, जबकि तृतीय पुरस्कार की राशि 21 हजार रुपए रखी गई है। इसके अलावा 11-11 हजार रुपये के दो सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नौ दिवसीय कार्यक्रम में सांझी के गीत व सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी करवाई जाएगी।

उन्होंने कहा कि सांझी हरियाणा की लोक पारंपरिक कला का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो महिलाओं द्वारा दीवार पर नवरात्रों के दौरान बनाई जाती है। इस कला को बचाने के उद्देश्य से ही सांझी उत्सव और प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। प्रेस वार्ता में हरियाणा लोक कला संघ, रोहतक के सदस्य हरविंद्र मलिक, नवीन ओहल्याण व सुरेंद्र नरवाल भी मौजूद थे।

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