Rajasthan News: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार पारदर्शिता, सुशासन और नीतिगत सुधारों के माध्यम से राजस्थान को देश का सर्वश्रेष्ठ निवेश स्थल बनाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। इसी का परिणाम है कि राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान हस्ताक्षरित हुए निवेश प्रस्तावों में से 3 लाख करोड़ रूपये के एमओयू की आज ग्राउण्ड ब्रेकिंग की गई है। उन्होंने आह्वान किया कि उद्योगपति अपने निवेश, युवा अपनी प्रतिभा तथा किसान अपनी मेहनत से ऐसे राजस्थान का निर्माण करें, जो न केवल भारत का गौरव बने, बल्कि विश्व में अपनी पहचान स्थापित करे।
मुख्यमंत्री ने किया 3 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्तावों का कार्य प्रारंभ—
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का निवेश उत्सव एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन इम्पैक्ट 1.0 (इम्पैक्ट वन प्वाइंट ओ) पर केंद्रित है, जो राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के तहत किए गए एमओयू को धरातल पर उतारने के हमारे प्रयासों को दर्शाता है। राज्य सरकार ने इन निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए त्रिस्तरीय रिव्यू मेकैनिज्म बनाया है। हर विभाग और जिले में डेडिकेटेड टीम बनाई, जो इन एमओयू की सक्रिय रूप से निगरानी कर रही है, ताकि निवेश का हर प्रस्ताव समय पर कार्यान्वित हो सके। इस सतत पर्यवेक्षण का ही परिणाम है कि ‘राइजिंग राजस्थान’ के तहत हुए एमओयू में से 3 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं की ग्राउंड ब्रेकिंग हो रही है। कार्यक्रम में इस संबंध में एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
16 मार्च से 30 अप्रैल तक निष्पादित होने वाले सभी एमओयू पर भी लागू होगी डायरेक्ट एलॉटमेंट पॉलिसी—
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने रीको औद्योगिक क्षेत्रों के लिए डायरेक्ट लैंड एलॉटमेंट पॉलिसी लॉन्च की जिसमें उन सभी एमओयू धारकों को शामिल किया गया जिन्होंने राइजिंग राजस्थान के तहत सरकार के साथ 15 मार्च तक एमओयू निष्पादित किए। निवेशकों के उत्साह को देखते हुए मुख्यमंत्री ने प्रत्यक्ष आवंटन नीति 16 मार्च से 30 अप्रैल तक निष्पादित होने वाले सभी नये एमओयू पर भी लागू किए जाने की घोषणा की। ये एमओयू धारक अगले आवेदन प्रक्रिया के दौर में इस नीति का लाभ उठा सकेंगे, जो ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा और 15 मई से सभी के लिए पुनः खोला जाएगा।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बनेगा विकसित भारत-विकसित राजस्थान—
मुख्यमंत्री ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘विकसित भारत 2047’ का जो विजन रखा है, वह केवल एक लक्ष्य नहीं, बल्कि हमारी आत्मनिर्भरता, समृद्धि और वैश्विक नेतृत्व के प्रति दृढ़ संकल्प है। इसी विजन को आधार बनाकर हम राजस्थान में ‘विकसित राजस्थान 2047’ का सपना देख रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि हम वर्ष 2030 तक राजस्थान की अर्थव्यवस्था को 350 बिलियन डॉलर तक ले जाएं। उन्होंने कहा कि यह केवल आंकड़ों का खेल नहीं है, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार, किसानों के लिए समृद्धि और हमारे उद्यमियों के लिए अवसरों का एक नया युग साबित होगा। हम हर लक्ष्य की प्राप्ति करेगें क्योंकि हम जो कहते हैं, वो करके दिखाते हैं।
सरकारी क्षेत्र में 4 लाख, निजी क्षेत्र में 6 लाख रोजगार के अवसर होंगे सृजित—
मुख्यमंत्री ने कहा कि राइजिंग राजस्थान समिट ने विश्वभर के निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया और 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू साइन किए गए। यह निवेशकों का हमारे राज्य के प्रति अपार विश्वास होने के साथ-साथ हमारे प्रयासों की सफलता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश में अनुकूल औद्योगिक वातावरण सुनिश्चित करने के लिए कृतसंकल्पित है। हमने उद्योगों की मांग को देखते हुए डेढ़ लाख से अधिक युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा है। हम 5 वर्षों में सरकारी क्षेत्र में 4 लाख और निजी क्षेत्र में 6 लाख रोजगार के अवसर भी सृजित करेंगे।