Punjab Weather: हिमाचल प्रदेश में रुका हुआ मानसून रविवार को आगे बढ़ा और पठानकोट के रास्ते पंजाब में प्रवेश कर गया। इसके कारण अमृतसर, लुधियाना, पठानकोट और फिरोजपुर सहित पंजाब के कई जिलों में बारिश हुई। बारिश के बाद पंजाब में दिन के औसत तापमान में 0.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। अभी भी तापमान सामान्य से 3.3 डिग्री कम है। रविवार को बठिंडा सबसे गर्म रहा, जहां अधिकतम तापमान 39.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शाम साढ़े पांच बजे तक लुधियाना में 49 मिमी, अमृतसर में 39 मिमी, पठानकोट में 5 मिमी और फिरोजपुर में 1 मिमी बारिश दर्ज की गई।
पंजाब में 26 तक बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने 26 जून तक पंजाब में बारिश की चेतावनी जारी की है।
- 23 जून: पंजाब के अधिकांश हिस्सों में कोई चेतावनी नहीं, लेकिन पठानकोट, अमृतसर, नवांशहर और कुछ अन्य जिलों में हल्की बारिश का अलर्ट है।
- 24 जून: अधिकांश जिलों, विशेषकर फिरोजपुर, फाजिल्का, मोहाली, नवांशहर, होशियारपुर आदि में आंधी-तूफान की चेतावनी।
- 25 जून: उत्तर और पूर्वी पंजाब के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इन जिलों में सतर्कता बरतने की चेतावनी दी गई है।
- 26 जून: पंजाब भर में हल्की से मध्यम आंधी और बारिश की चेतावनी।
भाखड़ा और पोंग बांधों में जलस्तर अभी भी कम
भाखड़ा और पोंग बांधों में भारी बारिश के बावजूद जलस्तर सामान्य से काफी कम है। शनिवार को भाखड़ा बांध का जलस्तर 1,560.32 फीट था, जो पिछले साल 21 जून की तुलना में करीब 25 फीट कम है। बांध में पानी का प्रवाह 32,699 क्यूसेक दर्ज किया गया, जो पिछले वर्ष इसी दिन 34,525 क्यूसेक था। हालांकि, पंजाब और हरियाणा में धान की खेती के कारण सिंचाई की उच्च मांग के कारण 34,500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जो कि अंतर्वाह से अधिक था। पौंग बांध का जलस्तर 1,288.76 फीट था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 21 फीट कम है। पिछले वर्ष इसी दिन यह 1,309.60 फीट था। हालांकि, हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में शुरुआती बारिश के कारण जल प्रवाह 16,602 क्यूसेक तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष के 5,389 क्यूसेक से काफी अधिक है। भाखड़ा-ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) के अनुसार, 20 मई से 15 सितंबर तक की अवधि को दोनों बांधों का भरने का समय माना जाता है। यदि इस अवधि में मानसून की बारिश सामान्य रहती है तो जलस्तर में सुधार होने की संभावना है।
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भारतीय मौसम विभाग ने देश के कई हिस्सों के लिए अच्छी खबर दी है। आईएमडी के अनुसार, अगले दो दिनों के दौरान उत्तरी अरब सागर के शेष हिस्सों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ अन्य हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। इसका मतलब है कि इन दो दिनों के भीतर पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजधानी दिल्ली तक मानसून पहुंचने की संभावना है।
कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
उत्तर प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है और मौसम विभाग ने राज्य में बारिश बढ़ने का पूर्वानुमान जारी किया है। पिछले 24 घंटों के दौरान सोनभद्र के घोडावल में सबसे अधिक 136 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि श्रावस्ती में 110 मिमी बारिश दर्ज की गई।