पंजाब, केंद्र सरकार के सामाजिक सुरक्षा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा श्री आनंदपुर साहिब के विरासत ए खालसा में प्रायोजन और पालन-पोषण देखभाल योजना के लाभों को लेकर एक जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस शामिल हुए।
इस योजना के तहत प्राप्त आवेदनों में से पात्र जरूरतमंद बच्चों तक योजना का लाभ पहुंचाया जा रहा है और लाभार्थियों के खाते में सीधे राशि भेजी जा रही है। इस योजना के तहत बच्चों को 18 साल की उम्र तक 4000 रुपये प्रति माह दिए जाते हैं।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 18 हजार स्कूलों में वाई-फाई की सुविधा, 8 हजार स्कूलों की चहारदीवारी, 500 स्कूलों में सुरक्षा स्टाफ, 135 स्कूलों में परिवहन की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है।
स्कूल ऑफ हैप्पीनेस के तहत लाखेर का प्राइमरी स्कूल देश का मॉडल स्कूल बनेगा, जो सभी प्राइमरी और कॉन्वेंट स्कूलों को मात देगा। इस स्कूल के शिक्षक को प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड भेजा जायेगा।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रायोजन योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवारों के बच्चों को दी जाने वाली सहायता है ताकि बच्चा परिवार में रहकर अपनी शिक्षा जारी रख सके।
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स्कूलों को साफ-सफाई के लिए विशेष फंड दिया जा रहा है. स्कूल ऑफ एमिनेंस, स्कूल ऑफ ब्रिलिएंस, स्कूल ऑफ हैप्पीनेस, सूटिंग रेंज, शानदार स्विमिंग पूल, एस्ट्रोटर्फ हॉकी और फुटबॉल ग्राउंड छात्रों के लिए अपने भविष्य के सपनों को पूरा करने का अवसर बन रहे हैं।
लाखेर का प्राइमरी स्कूल देश का एक ऐसा स्कूल बनेगा, जो सभी प्राइमरी और कॉन्वेंट स्कूलों को मात देगा। खुशियों की पाठशाला में बच्चे हर्ष और उल्लास के साथ अपने भविष्य के सपनों को साकार करेंगे।
इस योजना के तहत बच्चों को 18 साल की उम्र तक 4000 रुपये प्रति माह दिए जाते हैं। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि राज्य के 18 हजार स्कूलों में वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है, 8 हजार स्कूलों की चहारदीवारी की गयी है, 500 स्कूलों में सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराये गये हैं और 135 स्कूलों में परिवहन सुविधा उपलब्ध करायी गयी है।