Punjab News: मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार जहां अन्य वर्गों के उत्थान के लिए दिन-रात काम कर रही है, वहीं अनुसूचित जाति के बच्चों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए भी लगातार विशेष प्रयास कर रही है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए पंजाब सरकार ने 2014-15 के लिए 100 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया है। अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान 245 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। यह बात सामाजिक न्याय, अधिकारिता एवं अल्पसंख्यक मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने कही।
इस संबंध में अधिक जानकारी साझा करते हुए सामाजिक न्याय, अधिकारिता एवं अल्पसंख्यक मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि पंजाब सरकार ने चालू वित्त वर्ष के दौरान पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम के तहत 2 लाख 70 हजार अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को कवर करने का लक्ष्य रखा है। यह लक्ष्य अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में सहायक सिद्ध होगा।
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान भी पंजाब सरकार ने अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम के अंतर्गत 2 लाख 36 हजार 575 विद्यार्थियों को कवर किया था और राज्य सरकार के हिस्से के तौर पर 266.57 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया गया था।
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि डॉ. सिंह जल्द ही पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम के तहत विद्यार्थियों से ऑनलाइन आवेदन प्राप्त करेंगे। अम्बेडकर छात्रवृत्ति पोर्टल खोला जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थियों को इस योजना के बारे में जागरूक करने के लिए जिला स्तर पर जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे।
कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि पंजाब सरकार अनुसूचित जातियों के पात्र विद्यार्थियों को पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के तहत लाभ देने के लिए प्रयास कर रही है, ताकि ये बच्चे पढ़-लिखकर आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सदियों से भेदभाव का शिकार रहे वर्ग का कोई भी योग्य बच्चा आर्थिक तंगी के कारण शिक्षा से वंचित न रहे।
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि पोस्ट मैट्रिक योजना के तहत हजारों अनुसूचित जातियों को नामांकित किया गया है। छात्रों ने उच्च शिक्षा पूरी कर ली है और आज वे उच्च पदों, सरकारी सेवाओं में कार्यरत हैं तथा उन्होंने अपना स्वयं का व्यवसाय भी शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह योजना न केवल विद्यार्थियों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है, बल्कि उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए एक मजबूत मंच भी प्रदान करती है।
उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना का लाभ प्रत्येक पात्र विद्यार्थी को मिले, जिन्हें इस योजना की वास्तव में आवश्यकता है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि योजना को पूरी पारदर्शिता, निष्पक्षता और प्रभावशीलता के साथ क्रियान्वित किया जाना चाहिए।