Punjab News: मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज अपने सरकारी आवास पर पीसीआर टेस्ट कराया। टीम को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया, जिसमें दो एएसआई भी शामिल थे। राजिंदर सिंह और नरिंदर सिंह के अलावा कांस्टेबल जसवंत सिंह और हरपाल कौर भी शामिल थे। इस अवसर पर पुलिस कर्मियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने उनकी बहादुरी की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि इन कर्मचारियों ने समर्पण और दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ लोगों की सेवा करके पंजाब पुलिस की गौरवशाली विरासत को कायम रखा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बहुत गर्व और संतोष की बात है कि पुलिस कर्मियों ने दुर्घटना की सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई की और पांच बच्चों सहित 11 पीड़ितों की जान बचाई।
मुख्यमंत्री ने पुलिस कर्मियों के साहस की सराहना करते हुए कहा कि ए.एस.आई. नरिंदर सिंह अपने परिवार को कार से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए नहर में कूद गए। उन्होंने कहा कि कांस्टेबल जसवंत सिंह, जो तैरना भी नहीं जानते थे, भी नरिंदर सिंह के साथ गए और अपनी जान जोखिम में डालकर पूरे परिवार को बचाया। भगवंत सिंह मान ने पी.सी.आर. उन्होंने टीम के बाकी सदस्यों और पीड़ितों को बचाने में बड़ी मदद करने वालों की भी सराहना की।
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इस घटना को बहादुरी और पेशेवर प्रतिबद्धता का प्रदर्शन बताते हुए मुख्यमंत्री ने बठिंडा के एसएसपी की सराहना की। अवनीत कोंडल और उनकी पूरी टीम को बधाई जिन्होंने मानवता की अद्भुत मिसाल कायम की। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय समारोह के दौरान इन पुलिस कर्मियों को ‘मुख्यमंत्री रक्षक पदक’ से सम्मानित किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने आशा व्यक्त की कि यह साहसी और अद्वितीय कार्रवाई अन्य पुलिस कर्मियों को भी प्रेरित करेगी ताकि वे भी इसी भावना और प्रतिबद्धता के साथ राज्य के लोगों की सेवा कर सकें।