Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज घोषणा की कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार विपक्षी दलों की आवाज को दबाने के लिए संसदीय क्षेत्रों के अनुचित, हानिकारक और अलोकतांत्रिक परिसीमन का कड़ा विरोध करेगी।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन द्वारा आयोजित सम्मेलन में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “भाजपा द्वारा उन राज्यों में सीटें कम करने का शर्मनाक कृत्य, जहां वह जीत नहीं सकती, अलोकतांत्रिक है और हम लोकतंत्र को कमजोर करने के भगवा पार्टी के नापाक मंसूबों को सफल नहीं होने देंगे।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के इस मनमाने कदम का उद्देश्य केवल उन राज्यों में सीटें कम करके विपक्षी दलों को खत्म करना है, जहां भाजपा जीत नहीं सकती। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत भाजपा हिंदी पट्टी में सीटें बढ़ाने की पूरी कोशिश कर रही है, जहां उन्हें अधिक सीटें मिलती हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि दक्षिण भारत में जनसंख्या घनत्व के नाम पर सीटें कम की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हकीकत यह है कि जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम लागू करके दक्षिणी सीटों को कम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा यदि भाजपा परिसीमन के बाद उत्तर प्रदेश में सीटों की संख्या 80 से बढ़ाकर 140 से अधिक कर दे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि भगवा पार्टी की योजना अपने गढ़ वाले क्षेत्रों या जहां से वह अधिकतम सीटें जीत सकती है, वहां की सीटों को दो या तीन हिस्सों में बांटने की है।
एक उद्धरण का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले वह जिस लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते थे वह संगरूर थी, जिसमें संगरूर, बरनाला और मलेरकोटला तीन जिले शामिल थे। उन्होंने कहा कि मान लीजिए अगर यह सीट भाजपा के अधिकार क्षेत्र में होती तो अपनी मौजूदा डिजाइन के अनुसार वे इस सीट को तीन भागों में बांट देते और संगरूर, बरनाला और मलेरकोटला को अलग-अलग लोकसभा सीटों के रूप में बांट देते। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस तरह भाजपा अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए लोकसभा सीटों को 543 से बढ़ाकर 850 या उससे अधिक करना चाहती है।
Punjab News: गगनदीप सिंह धालीवाल ने इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन का पदभार संभाला
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा उन क्षेत्रों को खत्म करना चाहती है जहां वे कमजोर हैं और उन सीटों को बढ़ाना चाहती है जहां वे मजबूत हैं। उन्होंने कहा कि यह असहनीय और अनुचित है तथा इसका कड़ा विरोध किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सत्ता की अंधी लालसा में भाजपा देश में लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट करने की कोशिश कर रही है, लेकिन इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।