Punjab News: केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए प्रधानमंत्री पोषण योजना (पूर्व में मिड-डे मील योजना) के तहत पंजाब को 26.57 करोड़ रुपये की राशि जारी की है। यह अनुदान राज्य के 23 जिलों में स्थित 18,991 सरकारी स्कूलों को रसोईघरों में प्रयोग हो रहे पुराने उपकरणों को बदलने तथा नये उपकरण खरीदने के लिए दिया गया है।
राज्य सरकार के अनुसार इन स्कूलों में प्रतिदिन लगभग 15.24 लाख विद्यार्थियों को मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जाता है। जिन स्कूलों को बिल्कुल नए उपकरण खरीदने हैं, उन्हें 24.90 लाख रुपये का अनुदान दिया गया है और जिन स्कूलों को पुराने उपकरण बदलने हैं, उन्हें 26.32 करोड़ रुपये दिए गए हैं। कुल 26.57 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है, जिससे स्कूल रसोई की स्थिति में बड़ा सुधार आने की उम्मीद है।
इस राशि का उपयोग स्कूलों में आवश्यक उपकरण जैसे गैस स्टोव, सिलेंडर, बड़े बर्तन, पानी के ड्रम आदि खरीदने या बदलने के लिए किया जाएगा। यह अनुदान सभी जिलों को स्कूलों की संख्या और आवश्यकता के अनुसार आवंटित किया गया है। शिक्षा विभाग ने यह भी निर्देश जारी किए हैं कि धनराशि का उपयोग समय पर तथा निर्धारित नियमों के अनुसार किया जाए। इसके अलावा, व्यय के बाद प्रमाणित उपयोगिता रिपोर्ट मुख्यालय को भेजना अनिवार्य होगा।
शिक्षा विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जारी की गई राशि का उपयोग राज्य के 214 स्कूलों में नए उपकरण खरीदने के लिए किया जाएगा, जबकि 18,777 स्कूलों में पुराने उपकरण बदले जाएंगे।
सर्वेक्षण के आधार पर सूची तैयार की गई, फिर अनुदान जारी किया गया।
कुछ समय पहले पंजाब सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में रसोई की स्थिति पर एक सर्वेक्षण कराया था। इस सर्वेक्षण के दौरान रसोई में मौजूद बर्तनों की संख्या, उनकी स्थिति और वर्तमान उपयोग की स्थिति का आकलन किया गया। सर्वेक्षण से पता चला कि कई स्कूलों में रसोई के उपकरण बहुत पुराने हैं और उन्हें बदलने की जरूरत है। इस आधार पर एक विस्तृत सूची तैयार की गई, जिसके बाद अब संबंधित स्कूलों को धनराशि जारी कर दी गई है ताकि वे आवश्यक उपकरण खरीद सकें या बदल सकें।
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किस जिले को क्या मिला?
फरीदकोट, फाजिल्का, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, पठानकोट, जालंधर, कपूरथला, मोगा, पटियाला, रोपड़, एसएएस। नगर, तरनतारन और मलेरकोटला जिलों के स्कूलों को केवल पुराने रसोई उपकरणों को बदलने के लिए धनराशि प्राप्त हुई है। शेष जिलों को उपकरण बदलने के साथ-साथ नए उपकरण खरीदने की भी अनुमति दी गई है। नये उपकरणों की खरीद के लिए नवांशहर जिले को सबसे अधिक 11.35 लाख रुपये मिले हैं, जबकि संगरूर जिले को सबसे कम 10,000 रुपये मिले हैं। लुधियाना जिला इस योजना का सबसे बड़ा लाभार्थी बन गया है।
यहां कुल 2.34 करोड़ रुपये का अनुदान जारी किया गया है, जिसमें से 60,000 रुपये नए उपकरणों की खरीद के लिए और 2.33 करोड़ रुपये पुराने उपकरणों के प्रतिस्थापन के लिए हैं। शिक्षा विभाग का मानना है कि इस सहायता से स्कूलों में मध्याह्न भोजन की प्रक्रिया और अधिक सुचारू हो जाएगी, जिससे छात्रों को समय पर, स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण भोजन मिल सकेगा। इसके अतिरिक्त, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए उपयोग प्रमाणपत्र अनिवार्य कर दिया गया है।