पंजाब में पुराने विकास कार्यों में ठहराव आ गया है। एचपीसीएल नामक कंपनी रामा रिफाइनरी से ल्यूक लेकर ठेकेदारों को सप्लाई करती है और पूरे पंजाब में 40 प्रतिशत ल्यूक सप्लाई का यही एकमात्र स्रोत है। हालांकि, पिछले एक महीने से एचपीसीएल पंजाब के हॉट मिक्स प्लांटों को लुक सप्लाई नहीं कर रही है। इससे विकास कार्य पूरी तरह प्रभावित हो रहा है।
पंजाब हॉट मिक्स प्लांट एसोसिएशन के अध्यक्ष तारा सिंह वालिया ने बात करते हुए कहा कि एचपीसीएल पंजाब के ठेकेदारों को ल्यूक सप्लाई नहीं कर रही है, जबकि हरियाणा और उत्तर प्रदेश को बड़े पैमाने पर ल्यूक सप्लाई की जा रही है।
ल्यूक के लिए पंजाब के ठेकेदारों से एडवांस वसूला जाता है, लेकिन उन्हें लुक की सप्लाई नहीं दी जाती और कई-कई दिनों तक लुक के लिए ठेकेदारों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे एक ठेकेदार को प्रतिदिन एक लाख रुपये का नुकसान हो रहा है।
तारा सिंह वालिया ने कहा कि पंजाब सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए कि एचपीसीएल पंजाब की रिफाइनरी से लुक लेकर पंजाब के ही ठेकेदारों को सप्लाई क्यों नहीं दे रही है। दूसरे, पंजाब के ठेकेदारों को अन्य राज्यों की तुलना में बहुत कम रेट पर दिया जा रहा है।
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यह पंजाब के विकास कार्यों को प्रभावित करने वाली एक साजिश है, क्योंकि अगर पंजाब के ठेकेदारों को इतनी देरी से नजर आएगी तो वे विकास कार्यों को समय पर कैसे पूरा करेंगे और इससे काम की गुणवत्ता पर भी असर पड़ेगा।
पंजाब हॉट मिक्स प्लांट यूनियन के अध्यक्ष तारा सिंह वालिया ने कहा कि पंजाब सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यदि एचपीसीएल पंजाब के ठेकेदारों को लुक सप्लाई नहीं कर सकती है, तो उन्हें कहीं से भी खरीदने की अनुमति दी जानी चाहिए।
इससे जहां पंजाब सरकार को जीएसटी में फायदा होगा, वहीं विकास कार्यों में आए ठहराव से भी राहत मिलेगी, क्योंकि एचपीसीएल रामा रिफाइनरी से लुक खरीदकर दूसरे राज्यों को सप्लाई कर रही है, लेकिन पंजाब को सप्लाई नहीं हो रही है।