पंजाब, किसानों की मांगों को लेकर पिछले 37 दिनों से अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाला की फसलें उचित देखभाल के अभाव में बर्बाद हो रही हैं और अब इन बर्बाद फसलों की देखभाल की जिम्मेदारी गांववालों ने ली है। ग्रामीणों ने आज दल्लेवाला के खेतों का दौरा किया और फसलों की समस्याओं पर चर्चा की और दल्लेवाला परिवार की अनुपस्थिति में अपनी फसलों की देखभाल करने की शपथ ली।
इस मौके पर बात करते हुए गांव के किसानों ने कहा कि दल्लेवाला साहब बहुत ही नेक दिल इंसान हैं और गांव में उनके स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंता है और पूरा गांव सोक में डूबा हुआ है। गांव वालों ने कहा कि भगवान न करे अगर दल्लेवाला साहब से कोई बातचीत हुई तो सरकार को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।
ग्रामीण वासिया ने कहा कि दल्लेवाले देश के किसानों की जमीनों के लिए लड़ रहे हैं और अपनी जान की बाजी भी लगा चुके हैं, लेकिन उनकी ही फसलें खराब हो रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि दल्लेवाला साहब ने जल्दबाजी में गेहूं की फसल की बिजाई की थी और सरकार के निर्देशानुसार उन्होंने हैप्पी सीडर से गेहूं की बिजाई की थी, जिस पर अब गुलाबी कीट का हमला हो गया है।
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उन्होंने कहा कि दल्लेवाला साहिब का पूरा परिवार धरने पर है, उसके बाद उनकी फसलों की देखभाल करना गांव वालों की जिम्मेदारी है और आज वे खेत पर आए हैं और उन्हें पता चला है कि गेहूं की फसल में गुलाबी रोग लग गया है। उन्होंने कहा कि आज से वह इस फसल की देखभाल करेंगे और सरदार दल्लेवाला के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि डल्लेवाला साहब यह मोर्चा जीतकर लौटेंगे।
किसानों ने डल्लेवाला की आलोचना करने वाले लोगों को भी संबोधित किया और कहा कि जो लोग कहते हैं कि दल्लेवाला आरएसएस का आदमी है, उन्हें दल्लेवाला के खेत को देखना चाहिए जहां उनकी फसल नष्ट हो रही है, लेकिन उन्हें पूरे देश के किसानों की मांगों के लिए मरना चाहिए।