पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पेरिस ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल हॉकी मैच देखने के लिए पेरिस जाना चाहते हैं लेकिन विदेश मंत्रालय की ओर से मुख्यमंत्री को राजनीतिक मंजूरी नहीं दी गई है। दरअसल, किसी भी बड़े नेता को जाने से पहले ये मंजूरी लेनी पड़ती है। अनुमति के लिए मुख्यमंत्री की ओर से कई दिनों तक विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री विदेश दौरे पर जा सकते हैं और मंजूरी ले सकते हैं, लेकिन अगर कोई मुख्यमंत्री विदेश जाना चाहता है तो उसे इसकी इजाजत नहीं दी जाती। इस हॉकी टीम में ज्यादातर खिलाड़ी पंजाब से हैं और उनका मैच 4 अगस्त को होना है, इसलिए मुख्यमंत्री उससे पहले पेरिस जाना चाहते थे।
मुख्यमंत्री के पास एक वरिष्ठ राजनेता का लाल पासपोर्ट भी है, जिसके जरिए वह किसी भी देश की यात्रा कर सकते हैं, जो किसी भी देश के लिए वीजा की गारंटी देता है।
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पंजाब के मुख्यमंत्री को 3 अगस्त से 9 अगस्त तक पेरिस जाने की इजाजत नहीं मिली है। इसका मुख्य कारण पंजाब के मुख्यमंत्री की सुरक्षा है। वह पंजाब के मुख्यमंत्री हैं, इसलिए उन्हें केंद्र सरकार से मंजूरी लेनी होगी, जो नहीं मिली।
दरअसल सुरक्षा का हवाला दिया गया था क्योंकि इतनी जल्दी सुरक्षा का इंतजाम करना मुश्किल है, इसलिए सुरक्षा और कागजात भेजने में देरी का हवाला दिया गया था। बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री, उनकी पत्नी, पंजाब के मुख्य सचिव और पंजाब के प्रधान सचिव वीके सिंह को पेरिस जाना था।