रोहतक। रोहतक निगम कमिश्नर प्रदीप दहिया के तबादले के बाद रेलवे एलिवेटेड ट्रैक के दोनों तरफ के सड़क प्रोजेक्ट अटक गए हैं। 50 लाख जमा होने के बावजूद रेलवे ने ट्रैक के साथ खाली रेलवे लाइन को उखाड़ना शुरू नहीं किया। जबकि नगर निगम पूर्व दिशा में बनने वाली सड़क के लिए सभी मकानों को नहीं हटा सका है। जबकि गांधी कैंप के बीचोंबीच बना एलिवेटेड ट्रैक और सड़क सियासत का केंद्र रही है। पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर सड़क निर्माण के कार्य का शुभारंभ कर चुके हैं, लेकिन काम अब तक शुरू नहीं हुआ है।
सड़क बनने से 14 कॉलोनियों को फायदा होगा
शहर के एलिवेटेड ट्रैक के साथ 9 माह में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की ओर से 21 करोड़ की लागत से 3790 मीटर लंबी व 5.5 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जानी है। सड़क बनने से 14 कॉलोनियों न केवल सीधा फायदा होगा, बल्कि नए बाजार भी विकसित होंगे। प्रदेश सरकार व रेलवे ने मिलकर 315 करोड़ की लागत से रोहतक-पानीपत रेलवे लाइन पर 3.8 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रेलवे ट्रैक बनाया था। अब पुरानी रेलवे लाइन को उखाड़ कर चिन्योट कॉलोनी से सेक्टर-6 सड़क बनाई जानी है।
इसके लिए पीडब्ल्यूडी की तरफ से टेंडर जारी किया है। साथ ही प्रदेश सरकार ने लाइन उखाड़ने के लिए रेलवे के खाते में 15 दिन पहले 50 लाख रुपये जमा करवाए थे। इसके बावजूद रेलवे ने लाइन उखाड़ने का कार्य शुरू नहीं किया है। पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर सड़क निर्माण के कार्य का शुभारंभ कर चुके हैं, लेकिन काम अब तक शुरू नहीं हुआ है। सड़क बनने से गांधी कैंप, झंग कॉलोनी, मानसरोवर कॉलोनी, सुभाष नगर, किशनपुरा, मॉडल टाउन, लक्ष्मी नगर, कबीर कॉलोनी, विशाल नगर, सेक्टर-5 और सेक्टर-6 सहित 14 कालोनियों में नए बाजार विकसित होंगे।
सड़क निर्माण में आड़े आ रहे मकान
नगर निगम की ओर से एलिवेटेड ट्रैक की पूर्वी दिशा में बजरंग भवन से डबल फाटक तक 2.51 करोड़ की लागत से 1.7 किलोमीटर लंबी व 15 फीट चौड़ी सड़क बनाई जानी है। सड़क निर्माण शुरू कराने के लिए फरवरी माह में तत्कालीन निगम आयुक्त प्रदीप दहिया ने काफी जोर लगाया। कई बार मौके पर पहुंचे। इसी बीच वे हिसार डीसी बन गए। ऐसे में प्रोजेक्ट की गति फिर धीमी पड़ गई। सबसे बड़ी दिक्कत इस बात की आ रही है कि सड़क के लिए निगम ने जमीन तो ले ली है, लेकिन सभी मकानों का अब तक मुआवजा नहीं जा सका है।
एक दुकान को लेकर भी पेच फंसा हुआ है। निगम की इंजीनियरिंग ब्रांच ने एक दिन काम शुरू किया था, लेकिन आगे नहीं बढ़ सका। एलिवेटेड रेलवे ट्रैक के साथ-साथ पूर्वी दिशा में डबल फाटक से बजरंग भवन तक सड़क बनने से गांधी कैंप, अर्जुन नगर, जवाहर नहर, श्रीनगर कॉलोनी, चिन्योट कॉलोनी, न्यू चिन्योट कॉलोनी व आदर्श नगर को सबसे ज्यादा फायदा होगा। इससे कॉलोनियां सीधे मार्ग से झज्जर रोड व दिल्ली रोड से जुड़ जाएंगी।
रेलवे के अधिकारियों से कर रहे हैं संपर्क
एलिवेटेड रेलवे प्रोजेक्ट के सलाहकार प्रदीप रंजन ने कहा कि सरकार ने रेलवे के खाते में लाइन हटाने के लिए 50 लाख की राशि जमा करवा दी थी, लेकिन रेलवे की तरफ से 15 दिन बाद भी काम शुरू नहीं कराया जा सका है। इसके लिए रेलवे के अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं। वहीँ नगर निगम कार्यकारी अभियंता मनदीप धनखड़ के अनुसार नगर निगम की इंजीनियरिंग ब्रांच सड़क निर्माण शुरू करने के लिए तैयार हैं, लेकिन अभी सड़क निर्माण के आड़े आ रहे मकानों को नहीं हटाया गया है। मकान कब तक हटेंगे, यह तो भू शाखा (एलओ ब्रांच) से ही पता लगेगा।