हिसार। संसद में सुरक्षा चूक के मामले में नीलम सरकार के खिलाफ हुए हर आंदोलन में शामिल रहती है और वह अक्सर गांव से बाहर ही रहती है। ग्रामीणों का कहना है कि उसके घर नक्सल प्रभावित लोगों का आना जाना लगा रहता है। पिछले दिनों गांव के लोगों ने नीलम के पिता कौर सिंह से मिलकर युवती को रोकने के लिए बोला था, लेकिन उसके पिता ने कह दिया कि नीलम मेरे कहने सुनने से बाहर है। अब भी वह कई दिन से घर से बाहर गई हुई थी।
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर थी नीलम
नीलम हिसार के रामपुरा मोहल्ला में स्थित श्री बालाजी गर्ल्स पीजी में रहती थी। पीजी में रहकर हरियाणा सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कर रही थी। इसे लेकर डीएसपी सज्जन सिंह ने बालाजी पीजी का दौरा किया। इस दौरान डीएसपी ने आरोपित नीलम के साथ पीजी में रहने वाली अन्य लड़कियों तथा पीजी संचालक से पूछताछ की। आरोपित नीलम के कमरे को स्थानीय पुलिस द्वारा सील कर दिया गया। उसमें किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है।
रामपाल के सुनती थी प्रवचन
शुरुआती जांच में सामने आया कि नीलम रामपाल की अनुयायी थी और उसके कमरे में जेल की सजा काट रहे तथाकथित संत रामपाल द्वारा लिखी कई पुस्तक भी थी। रूममेट ने बताया कि वह सुबह रामपाल के प्रवचन सुनती थी। पीजी में कमरे में साथ रहने वाली लड़की ने बताया कि नीलम किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करती थी। वह किसी से ज्यादा बात नहीं करती थी। नीलम अनमैरिड थी। अभी करीब पांच माह से ही हिसार में आकर रहने लगी है। उसने खुद के बारे में किसी को नहीं बताया। पुलिस ने पीजी संचालक से नीलम का रिकॉर्ड और डीवीआर को कब्जे में लिया है। फिलहाल पीजी के अंदर तथा बाहर पुलिस तैनात की गई है और केंद्रीय एजेंसी की तरफ से मिलने वाले आगामी आदेशों का इंतजार है।
पीजी संचालक तथा लड़कियों से पूछताछ
इससे पूर्व डीएसपी सज्जन सिंह सुबह करीब साढ़े बजे रामपुरा मोहल्ला पहुंचे और बालाजी पीजी में रहने वाले आरोपित नीलम के बारे में पीजी संचालक तथा वहां रहने वाली लड़कियों से पूछताछ की। इस दौरान डीएसपी ने लड़कियों से पूछा कि नीलम का व्यवहार में कैसी थी। उसके आने-जाने का क्या समय रहता था। वह किन-किन लोगों के संपर्क में थी। अपने रूम में कितना समय लगाती थी। इस पर पीजी में रहने वाले लड़कियों ने बताया कि नीलम 16 अगस्त को पीजी में रहने आई थी। कुछ दिन के बाद वह दो-तीन दिन पीजी में रूकती और पांच दिन बाहर रहती। लड़कियों ने बताया कि जब वह पीजी से हमेशा अपने गांव में जाने की बात कह कर जाती थी।
राजनीति में गहरी रूचि
डीएसपी सज्जन सिंह ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि नीलम की राजनीति में गहरी रूचि थी और वह क्रांतिकारी बातों पर चर्चा करती रहती थी। नीलम का पीजी में आने और जाने का समय निश्चित नहीं था। वह 25 नवंबर की दोपहर को पीजी से गई थी। लड़कियों ने पुलिस को बताया कि वह खुले विचारों की थी। फिलहाल कमरे को सील कर पीजी के अंदर और बाहर पुलिस की तैनाती की गई है।