Friday, May 3, 2024
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हरियाणा सरकार से नाराज नर्सिंग आफिसर, 28 से आर-पार की लड़ाई का ऐलान

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■ अब 28 से शुरू करेंगे 2 घंटे की सांकेतिक हड़ताल करेंगे■ जिले में स्वास्थ्य सेवाएं होगी बाधित

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रोहतक। हरियाणा में चुनावी माहौल के बीच नर्सिंग एसोसिएशन ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रोहतक पीजीआई की नर्सिंग एसोसिएशन ने गेट मीटिंग कर फैसला लिया है कि 28 दिसंबर को 2 घंटे 10-12 बजे तक के लिए वर्क सस्पेंड रहेगा। वर्क सस्पेंड के दौरान कोई भी नर्स काम नहीं करेगी। कोरोना के नए वेरिएंट के बीच नर्सिंग एसोसिएशन का ये बड़ा फैसला माना जा रहा है। उनका कहना है कि अगर सरकार नहीं मानी तो बड़े स्तर पर प्रदर्शन हो सकता है। नर्सिंग एसोसिएशन ने 7200 अलाउंस, डी ग्रुप से सी कैडर करने की मांग को लेकर 15 से 20 दिसंबर तक काले बिल्ले लगाकर काम किया है।

सरकार के खिलाफ नर्सिंग एसोसिएशन

सरकार के खिलाफ नाराजगी दर्ज करवाते हुए नर्सिंग का कहना है कि नर्सिंग शांति प्रिय तरीके से काले बिल्ले लगाकर 5 दिन रोष प्रदर्शन कर चुकी है। लेकिन, सरकार की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं आया। इसके विरोध अब नर्सिंग आफिसर एसोएिशन ने 28 दिसंबर को सांकेतिक हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि नर्सिंग स्टाफ सबसे ज्यादा काम करने वाला और मेहनती स्टाफ है। सरकार जानबूझकर उनके हितों का शोषण कर रही है। इसलिए अब बर्दाश्त नहीं होगा और सरकार से आर पार की लड़ाई है।

वहीं, नर्सिंग एसोसिएशन के प्रधान विकास फौगाट का कहना है कि हमने अब तक शांति प्रिय तरीके से रोष प्रदर्शन किया है। लेकिन, हमारे इसी विनम्र स्वभाव को सरकार ने शायद हमारी कमजोरी समझने की भूल कर ली है। उन्होंने कहा कि नर्सिंग एसोसिएशन किसी भी हाल में अब अपनी मांगों को पूरा करवाए बिना पीछे हटने वाली नहीं है सरकार चाहे अब एस्मा लगाएं या कोई अन्य विकल्प चुने अब किसी भी हाल में नर्सिंग एसोसिएशन पीछे नहीं हटेगी।

पूर्ण हड़ताल पर इसलिए नहीं जाते, वो मरीज हित में नहीं

वहीं, नर्सिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि 15 दिसंबर से हुई रोष प्रदर्शन की शुरूआत के बाद भी हरियाणा सरकार के कानों पर कर्मचारियों की जायज मांगों को लेकर जूं तक नहीं रेंग रही और वह मरीज के हित में पूर्ण तरीके से हड़ताल पर नहीं जाना चाहते। क्योंकि, इससे प्रदेश भर के मरीजों के सामने एक बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो जाएगी। आपको बता दें कि नर्सिंग एसोसिएशन ने ये फैसला तब लिया है जब कोरोना अपने नए रूप के साथ वापसी कर चुका है। ऐसे में नर्सों का ये फैसला सरकार के लिए चिंता का बड़ा सबब बन सकता है।

विजय पार्क में बैठक कर लिय सांकेतिक हड़ताल का निर्णय

वहीं, प्रधान विकास फौगाट ने कहा कि वीरवार को विजय पार्क में हुई गेट मीटिंग के दौरान सैकड़ो नर्सिंग स्टाफ एकत्रित हुए जिन्होंने पूरे प्रदेश की नर्सिंग एसोसिएशन से बात करके एक सफर में फैसला लिया कि 28 दिसंबर को सुबह 10 बजे से 12 बजे तक 2 घंटे की सांकेतिक हड़ताल की जाएगी। इस दौरान केवल इमरजेंसी में स्टाफ तैनात रहेगा जबकि वार्डों में और अन्य स्थानों पर स्टाफ हड़ताल में शामिल होगा। प्रधान ने बताया कि सभी नर्सिंग ने सर्वसम्मति से निर्णय लेते हुए हेल्थ विवि की वीसी अनीता सक्सेना को ज्ञापन सौंपा है। इसमें साफ तौर पर कह दिया गया है कि अगर 28 दिसंबर को भी सरकार ने कोई उनकी मांगों को लेकर फैसला नहीं लिया तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जाने से पीछे नहीं हटेंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार को होगी।

मांग – 7200 रुपए अलाउंस

वहीं, जिला नर्सिंग वैलफेयर एसोसिएशन की प्रधान संतोष अहलावत ने कहा कि उनकी मुख्य मांग 7200 रुपए नर्सिंग अलाऊंस देना है। साथ ही उन्होंने मांग की कि नर्सिंग ऑफिसर को ग्रुप सी से हटाकर ग्रुप बी में रखा जाए। नर्सिंग ऑफिसर स्वास्थ्य विभाग की रोड़ की हड्डी हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही हैं। जिसके कारण उन्होंने शांति प्रिय प्रदर्शन के बाद सांकेतिक हड़ताल का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि वे 1998 से नर्सिंग अलाऊंस 7200 की डिमांड करते आ रहे हैं। अगर, सरकार ने मांग नहीं मानी तो वे मैडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी की नर्सिंग ऑफिसर के साथ मिलकर 28 को बड़े विरोध प्रदर्शन का निर्णय भी ले सकती हैं।

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