गुस्ताख़ी माफ़ हरियाणा- पवन कुमार बंसल। एनआरआई ने अपना हरियाणवी गौरव खो दिया है-क्या हरियाणा इसी लिए बनाया गया था? टोरेंटो से हमारे प्रबुद्ध पाठक वरिंदर सिंह। हरियाणा को कूड़ा प्रदेश बना दिया गया है। शहरों और गांवों में हर तरफ गंदगी और कूड़ा-कचरा फैला हुआ है। प्रदूषण लोगों की जान ले रहा है। न साफ़ हवा, न साफ़ पानी – शासन में गिरावट का संकेत। क्या हरियाणा इसी लिये बनाया गया था?
एनआरआई ने अपनी हरियाणवी शान खो दी है। हम सभी को हरियाणा को बदलने के लिए सकारात्मक प्रगति लाने के लिए काम करने की जरूरत है। अति आवश्यक परिवर्तन लाने के लिए हरियाणवियों को एक मजबूत नागरिक आंदोलन चलाने की आवश्यकता है।
एक और प्रबुद्ध पाठक
“मैं आपका ध्यान गुरुग्राम को हरियाणा के कचरा शहर के रूप में परिवर्तित करने की ओर आकर्षित करना चाहता हूं।
यह वर्तमान अधिकारियों की टीम का सबसे खराब प्रशासन है । कृपया इसे अपने बुलेटिन में जोड़ें और अपनी बेबाक पत्रकारिता से हरियाणा सरकार को अवगत कराएं।”
सादर कमांडेंट राजेंद्र सिंह (सेवानिवृत्त)।
पूँछ का टुकड़ा।
जले पर नमक छिड़कने के लिए, हरियाणा के मुख्यमंत्री एक सप्ताह में दो रातें गुरूग्राम में बिताते हैं। यह सुशासन है जिसके लिए एक स्वयंभू एनजीओ ने हरियाणा सरकार को सुशासन में प्रथम पुरस्कार दिया है।
हे राम- मेरे हरियाणा को बचा लो.