रोहतक। रोहतक में अब डोर टू डोर कचरा उठाने वाले सफाईकर्मी अब बंक नहीं मार सकेंगे। नगर निगम ने इन पर नजर रखने के लिए धांसू आइडिया निकाला है। निगम ने शहर की मुख्य सड़कों और गलियों में 11 हजार रेडियो फ़्रीक्वेंटली आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) लगाई हैं। इनका कचरा उठाने वाली गाड़ी और रेहड़ी पर लगी आईडी से मिलान होगा। जिस दिन मिलान नहीं होगा उस दिन कचरा उठाने सफाई कर्मचारी का बंक माना जाएगा। यानी उसे अनपुस्थित समझा जाएगा। शहर में सफाई व्यवस्था में सुधार को लेकर उपायुक्त और निगम आयुक्त अजय कुमार ने निगम के अधिकारियों संग बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
टैग लगाने का निर्णय
नगर निगम ने शहर को सफाई व्यवस्था के हिसाब से दो जोन में बांट रखा है। एक जोन में वार्ड नंबर 1 से 11 व दूसरी जोन में वार्ड नंबर 12 से 22 तक आते हैं। डोर टू डोर कचरा उठाने का कार्य दो अलग-अलग एजेंसी को दे रखा है। जोन नंबर एक से हर रोज 145 व दूसरी जोन से 125 मीट्रिक टन कचरा निकलता है, जो हर रोज का 270 टन कचरा बनता है। नियमों के तहत दोनों एजेंसी को कचरा उठाकर दोपहर 1 बजे तक भिवानी रोड स्थित कचरा निस्तांरण प्लांट में डालना होता है। निगम को शिकायत मिल रही थी कि डोर टू डोर कचरा उठाने वाली एजेंसी के कर्मचारी गलियों में कई बार नहीं जाते। इसके चलते नगर निगम ने टैग लगाने का निर्णय लिया। जोन नंबर एक में अब तक 4500 व जोन नंबर दो में 6500 टैग लगाए जा चुके हैं।
यूं काम करता है टैग, ऐसे होगा मिलान
रेडियो फ़्रीक्वेंटली आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) वस्तुओं से जुड़े टैग को स्वचालित रूप से पहचानने और ट्रैक करने के लिए विद्युत चुंबकीय क्षेत्रों का उपयोग करती है। आरएफ आईडी प्रणाली में एक छोटा रेडियो ट्रांसपोंडर होता है जिसे टैग, एक रेडियो रिसीवर और एक ट्रांसमीटर कहा जाता है। जब भी निगम की गाड़ी मौके पर जाएगी तो दोनों आईडी का मिलान होगा। इससे पता लगेगा कि किस गली और सड़क पर किस समय कचरा उठाया गया।
11 हजार जगह लगाई गई आरएफआईडी
नगर निगम संयुक्त आयुक्त विजय सिंह ने कहा कि शुक्रवार को बैठक में शहर की सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए मंथन हुआ। उपायुक्त और निगम आयुक्त ने डोर टू डोर कचरा कलेक्शन पर विशेष जोर दिया है। इसके लिए शहर में 11 हजार जगह आरएफआईडी लगाई गई हैं। दोपहर 1 बजे तक कचरा न उठे तो निगम के टोल फ्री नंबर 18001805007 व 14420 पर शिकायत की जा सकती है।