19 सितंबर को कलानौर में जमुहरी किसान सभा के नेता हरजीत सिंह के भाई हरप्रीत सिंह की गोली मारकर हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस के मुताबिक, घरेलू कलह के चलते किसान नेता के दामाद ने अपने नौकर के जरिए शूटरों को अपने ससुर की हत्या करने का निर्देश दिया था, लेकिन गलती से गोली किसान नेता के भाई को लग गई।
एसएसपी हरीश दयामा ने बताया कि किसान नेता हरजीत सिंह का दामाद गुरसेवक सिंह अपने नौकर को 2 लाख रुपये की सुपारी देकर अपने ससुर किसान नेता हरजीत सिंह की हत्या कराने जा रहा था, लेकिन शूटर गलती से उसके भाई हरप्रीत काहलो को गोली मार दी और भाग निकले इस मामले में पुलिस ने दो शूटर समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक शूटर फरार बताया जा रहा है।
एक आरोपी की पहचान साहिल पुत्र अश्वनी कुमार निवासी शमशेर नगर अमृतसर के रूप में हुई है, जिसने पूछताछ में बताया कि इस घटना में गुरसेवक सिंह पुत्र गुरदेव सिंह निवासी अमृतसर, किसान नेता का दामाद गुरसेवक सिंह उर्फ पंगा पुत्र बलदेव सिंह निवासी चीता कलां, गुरसेवक सिंह उर्फ सेवक पुत्र दविंदर सिंह निवासी घन्नूपुर, शेरप्रीत सिंह पुत्र अवतार सिंह निवासी दशमेश नगर अमृतसर, अजीपाल सिंह पुत्र बलकार सिंह निवासी घन्नूपुर और गंजा उर्फ जंगा पुत्र सरदुल सिंह का नाम बताया।
एसएसपी ने बताया कि उक्त लोगों के पास से 1 पिस्टल, दो जिंदा कारतूस और घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद की गयी है. एसएसपी ने बताया कि दामाद गुरसेवक पुत्र गुरदेव सिंह निवासी अमृतसर ने इस घटना को अंजाम देने के लिए अपने नौकर परहत सिंह उर्फ पागा को दो लाख रुपये की रिश्वत दी थी, जिसके बाद नौकर ने इन शूटरों की व्यवस्था की थी. जिसमें से अजयपाल नाम का शूटर अभी भी फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।