MP News, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भोपाल शहर को झुग्गी मुक्त करने के लिए सभी संभावित प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पहले नए भवनों का निर्माण किया जाए, उसके बाद झुग्गियों को खाली कराया जाए, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
मुख्यमंत्री ने यह बातें शनिवार को मुख्यमंत्री निवास के समत्व भवन में भोपाल के विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान कहीं। उन्होंने जन-प्रतिनिधियों से समन्वय की आवश्यकता पर भी जोर दिया। डॉ. यादव ने बताया कि झुग्गी मुक्त करने के लिए अक्टूबर तक निविदा पूरी कर कार्य शुरू किया जाए।
इसके अलावा, उन्होंने सड़कों के स्वीकृत कार्यों को समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। अधूरी सड़कों को जल्द पूरा करने और निविदा प्रक्रिया के अवार्ड समय पर पारित करने की बात भी कही।
मुख्यमंत्री ने भोपाल को मेट्रोपोलिटन सिटी बनाने के लिए आगामी 25 वर्षों के विकास योजनाओं का ध्यान रखते हुए इन्फ्रास्ट्रक्चर कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने का निर्देश दिया।
उन्होंने भोपाल मेट्रोपोलिटन विकास प्राधिकरण के प्रस्तावित कार्यों के अंतर्गत रायसेन, मंडीदीप, सलामतपुर, सांची, राजगढ़, पीलुखेड़ी, बैरसिया और सूखी सेवनिया क्षेत्रों के विकास के लिए कार्ययोजना तैयार करने की बात कही।
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डॉ. यादव ने फ्लाई-ओवर निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने और भोपाल में बड़े तालाब के स्वरूप को प्रभावित किए बिना एलिवेटेड कॉरिडोर का प्लान तैयार करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने सीएम राइज स्कूलों के निर्माण कार्य को गुणवत्तापूर्ण करने, स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अस्पतालों के भवन निर्माण को समय पर पूरा करने और अ़मत योजना के कार्यों को निर्धारित समयसीमा में पूरा करने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने आदमपुर बायो-सीएनजी प्लांट के कार्य और कचरे के निष्पादन को आधुनिक तकनीक से पूरा करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने बताया कि जिले में सीवेज, जल और तालाबों के पुनरोत्थान के लिए लगभग 1522 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्राप्त हुई है।