Haryana Monsoon Updates : हरियाणा में मानसून का प्रदर्शन निराशाजनक बना हुआ है। सम्पूर्ण इलाके पर लगातार मानसून रेंगने को मजबूर है। कुछ जिलों में बारिश हो रही है, जबकि कुछ में सूखा है। कमजोर मानसून गतिविधियों की वजह से हरियाण में मानसून बारिश के आंकड़ों में गिरावट देखने को मिल रही है।
11 जिलों में भारी बारिश का अलर्टवही मौसम विभाग ने 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। शानिवार को फरीदाबाद, करनाल, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, पानीपत, रेवाड़ी, गुरुग्राम, यमुनानगर, मेवाल और पलवल में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विशेषज्ञ डॉ चंद्र मोहन ने बताया कि हरियाणा एनसीआर दिल्ली में समय से पहले मानसून की धमाकेदार एंट्री हुई परन्तु धीरे-धीरे सम्पूर्ण इलाके में लगातार मानसून कमजोर बना हुआ है। क्योंकि हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर मजबूत मौसम प्रणाली की अनुपस्थिति बनीं रहीं जिसकी वजह से लगातार मानसून टर्फ हरियाणा एनसीआर दिल्ली के दक्षिण या उत्तर में बनीं रहीं साथ ही बंगाल की खाड़ी पर बने कम दबाव के क्षेत्रों का प्रभाव भी हरियाणा एनसीआर दिल्ली के दक्षिण में राजस्थान मध्य प्रदेश पर रहा, जो लगातार रहा जिसका केवल आंशिक असर दक्षिणी जिलों पर देखने को मिला जबकि हरियाणा के उत्तरी जिले लगातार मानसून की अभी बड़ी उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं। लगातार हरियाणा एनसीआर दिल्ली में खंड बारिश देखने को मिल रही है। कमजोर मानसून से किसानों की फसलें भी प्रभावित हो रही है।
केवल दो जिलों में मानसून सामान्य से अधिक हुई बारिश
हालांकि बीच-बीच में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में बीच-बीच में थोड़े छोटे छोटे अंतराल पर मानसून सक्रियता भी देखने को मिलीं परन्तु मानसून की सक्रियता और तारतम्यता और लय देखने को नहीं मिल रही है। एक जुलाई से 26 जुलाई के दौरान हरियाणा राज्य में कुल 109.5 मिलीमिटर मानसून बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया जबकि राज्य में इस दौरान 181.6 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है जो सामान्य मानसून बारिश से 40% कम हुई है। जो बहुत गंभीर व सोचनीय और चिंतन का विषय है। केवल दो जिलों में मानसून सामान्य से अधिक हुई है जिसमें मेवात और महेंद्रगढ़ जिला काबिज है धीरे-धीरे यहां पर भी बारिश के आंकड़ों में गिरावट देखने को मिल रही है।आज उत्तरी बंगाल की खाड़ी व बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र (Low pressure area) बन गया है। साथ ही साथ 27 जुलाई और 30 जुलाई को एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो रहे हैं जिसकी वजह मानसून ट्रफ लाइन अपने सामान्य अवस्था पर पहुंचने की प्रबल संभावना है जिसकी वजह से 28 जुलाई से 4 अगस्त के दौरान हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर मानसून में सक्रियता और तारतम्यता की संभावना बन रही है।
वर्तमान परिदृश्य में लगातार पश्चिमी दक्षिणी हवाएं चल रही है जबकि दक्षिणी पूर्वी मानसून हवाओं कमजोर पड़ी हुई है। सम्पूर्ण हरियाणा एनसीआर दिल्ली में लगातार उमस भरी पसीने वाली चिपचिपी गर्मी से आमजन को रूबरू होना पड रहा है। परन्तु जल्द ही आने वाले दिनों में हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर मानसून सक्रियता और तारतम्यता की सम्भावना बन रही है।