लुधियाना, सिविल अस्पताल का एक डॉक्टर गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए अपनी निजी लैब में भेज रहा था और दो महीने के भीतर उसने कई महिलाओं को अपनी निजी लैब में भेजा। जबकि लुधियाना के सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड पूरी तरह से मुफ्त किया जाता है।
इस संबंध में जब लुधियाना के सिविल सर्जन ने जांच की तो पता चला कि डॉक्टर के खिलाफ मिली शिकायत बिल्कुल सही है क्योंकि उनके पास उन गर्भवती महिलाओं का सारा रिकॉर्ड है जहां उन्होंने पहले कहां-कहां अल्ट्रासाउंड कराए हैं। इन्होंने निकाला पूरा मामला दरअसल डॉक्टर महिलाओं को प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटर भेज रहे थे।
इस पूरे मामले के बाद लुधियाना के सिविल सर्जन ने संबंधित डॉक्टर के खिलाफ पूरी रिपोर्ट बनाकर विभागीय कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग के निदेशक को भेज दी है। जिस पर विभाग कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि लुधियाना के सिविल अस्पताल में सभी गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाउंड पूरी तरह से मुफ्त किए जाते हैं।
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इस संबंध में दो अलग-अलग डॉक्टरों की नियुक्ति की गयी है। एक डॉक्टर सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक मरीजों को देखते हैं जबकि दूसरे डॉक्टर दोपहर 3 बजे के बाद अल्ट्रासाउंड करते हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा सिविल अस्पताल में दवाइयां भी मुफ्त उपलब्ध करवाई जाती हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से सख्त निर्देश दिया गया है कि किसी को भी दवा लेने के लिए बाहर नहीं भेजा जाये।
जितनी संभव हो सके उतनी दवाइयां अस्पताल से ही मुहैया कराई जाएं। सिविल अस्पताल के डॉक्टर की इस तरह की हरकत को देखते हुए लुधियाना के सिविल सर्जन ने सख्त निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई भी डॉक्टर ऐसा करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।