Long Hair Village : लम्बे बालो की कामना हर लड़की का पहला सपना है वैसे भी आजकल छोटे बालों का चलन बढ़ रहा है, लेकिनआज हम आपको एक ऐसे गाँव के बारे में बताएंगे जहा पर हर महिला के बाल काम से काम सात फ़ीट के होते है चौक गए पर है ये सच है। बता दे की चीन में एक ऐसा गांव है, जहां हर महिला के बाल 6-7 फीट तक लंबे होते हैं।
यह गांव हुआंगलुओ के नाम से जाना जाता है और इसे “लॉन्ग हेयर विलेज” भी कहा जाता है। यहां की महिलाएं जीवन में सिर्फ एक बार अपने बाल काटती हैं, वह भी 18 साल की उम्र में। दिलचस्प बात यह है, शादी के बाद इन कटे हुए बालों को संभालकर रखा जाता है, क्योंकि यहां लंबे बाल सुंदरता और खुशहाली का प्रतीक माने जाते हैं।
हुआंगलुओ बालों की अनोखी परंपरा का गांव Long Hair Village
चीन के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित गुइलिन शहर से लगभग दो घंटे की दूरी पर हुआंगलुओ गांव है। देखने में यह एक साधारण गांव लगता है, लेकिन यहां की महिलाएं अपने अनोखे लंबे बालों के कारण दुनियाभर में जानी जाती हैं।
- बालों की लंबाई: यहां की महिलाओं के बाल सामान्यतः 4-6 फीट लंबे होते हैं, लेकिन 2004 में एक महिला के बालों की लंबाई 7 फीट मापी गई थी।
- बालों का वजन: इन महिलाओं के बाल 1 किलो तक भारी हो सकते हैं।
याओ जनजाति की परंपराएं और विश्वास Long Hair Village
यह गांव याओ जनजाति का है, और यहां की महिलाएं बालों को अपने पूर्वजों के प्रति सम्मान का प्रतीक मानती हैं। उनका मानना है कि बाल उनके पूर्वजों से संवाद का माध्यम हैं।
- बाल काटने का समय: महिलाएं केवल 17-18 साल की उम्र में एक बार बाल काटती हैं। यह मौका किसी उत्सव से कम नहीं होता।
- शादी के बाद: शादीशुदा महिलाएं अपने बालों को सिर पर आगे की ओर जूड़े में बांधकर रखती हैं। वहीं, अविवाहित महिलाएं इन्हें स्कार्फ से ढककर रखती हैं।
खास शैंपू और देखभाल का राज
यहां की महिलाएं अपने बालों की खास देखभाल करती हैं। वे एक विशेष प्रकार का शैंपू खुद बनाती हैं, जिसमें चाय, फर, और कई जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल होता है। इसी कारण उनके बाल लंबे, घने, और चमकदार रहते हैं।
पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र
हुआंगलुओ गांव की अनोखी संस्कृति और परंपरा दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित करती है। हर साल बड़ी संख्या में लोग यहां आते हैं, ताकि याओ महिलाओं की पारंपरिक जीवनशैली और अनोखे डांस को देख सकें।
हुआंगलुओ गांव की महिलाएं अपने बालों को केवल सुंदरता के लिए नहीं, बल्कि संस्कृति और परंपरा के प्रतीक के रूप में बढ़ाती हैं। यह अनूठी परंपरा न केवल उनके जीवन का हिस्सा है, बल्कि यह दुनिया को उनकी संस्कृति की गहराई और खूबसूरती से परिचित कराती है।