चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने आगामी लोकसभा चुनाव एवं गर्मी के बढ़ते प्रकोप के चलते आमजन को हीट-वेव से बचाने के लिए की गई आवश्यक तैयारियों को लेकर मंडलायुक्तों और उपायुक्तों के साथ एक समीक्षा बैठक की। उन्होंने आगामी लोक सभा-2024 चुनाव की तैयारियों को लेकर उपायुक्तों से भी विस्तार से जानकारी ली।
उन्होंने निर्देश दिए कि आगामी 25 मई को लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान केंद्रों पर पीने के पानी की उचित व्यवस्था की जाए। इसके अतिरिक्त चिन्हित अपराध की समीक्षा करते हुए उन्होंने हर जिले में चिन्हित अपराध की श्रेणी में आने वाले मामलों की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में बताया गया कि एनफोर्समेंट एजेंसियों द्वारा 1 मार्च, 2024 से अब तक राज्य में 4.05 करोड़ रुपए नकद, 8.17 करोड़ की शराब, 8.02 कारोड़ की ड्रग्स, 1.73 करोड़ के बहुमूल्य धातु, 1.33 करोड़ के फ्रीबिज आईटम सहित कुल 23.31 करोड़ रुपए का सामान एवं नकदी पकड़े गए है। श्री प्रसाद ने अधिकारियों को ऐसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त, यह बताया गया कि ईवीएम का पहला रैंडमाइजेशन 25 अप्रैल, 2024 को निर्धारित है, दूसरा रैंडमाइजेशन सामान्य पर्यवेक्षकों के आने के बाद आयोजित किया जाएगा। पीठासीन और वैकल्पिक पीठासीन अधिकारियों का पहला रैंडमाइजेशन 29 अप्रैल तक पूरा हो जाएगा और उनका प्रशिक्षण 11 मई तक समाप्त हो जाएगा। मतदान दलों का दूसरा रैंडमाइजेशन सामान्य पर्यवेक्षकों के आने के बाद किया जाएगा। राज्य में कुल 219 सहायक मतदान केंद्र बनाये जायेंगे।
मुख्य सचिव ने कहा कि गर्मियों में हीट वेव से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी की गई एडवाइजरी पालना सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार हीट वेव की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और इसके दुष्प्रभावों से बचने के लिए संबंधित विभागों को सभी आवश्यक उपाय अपनाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को सभी स्वास्थ्य केंद्रों और आंगनवाड़ियों में ओआरएस के पैकेट, आवश्यक दवाइयां, आईस पैक और जीवन रक्षक औषधियों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, ऐसे स्वास्थ्य केंद्रों, सीएचसी और पीएचसी जहां एसी और कूलर की व्यवस्था है, डेडिकेटिड वार्ड/ बैड की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें हीट स्ट्रोक रूम के रूप में प्रयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि सभी श्रेणियों के स्वास्थ्यकर्मियों को हीट स्ट्रैस डिसऑर्ड, रोकथाम और प्रबंधन के लिए जागरूक करने को भी कहा गया है।