हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जिला झज्जर में तैनात इंस्पेक्टर लीगल मेट्रोलॉजी नितिन सुरा को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया।
आरोपी द्वारा शिकायतकर्ता से अलग-अलग तारीखों पर यूपीआई के माध्यम से 28 हज़ार रुपए की रिश्वत ली गई थी। आरोपी द्वारा पेट्रोल/डीजल के परिवहन के लिए उपयोग किए जाने वाले कैलिब्रेशन प्रमाण पत्र जारी करने के बदले में रिश्वत की मांग की गई थी।
इस बारे में जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को इस बारे में शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह ट्रांसपोर्ट फर्म का प्रबंध करता है और उसके पास पेट्रोल/डीजल के परिवहन के लिए 26 टैंकर हैं। उसके टैंकरों के माध्यम से पेट्रोल व डीजल की सप्लाई एचपीसीएल बहादुरगढ़ में की जाती है जिसके लिए शिकायतकर्ता की फर्म का एचपीसीएल टर्मिनल बहादुरगढ़ के साथ समझौता भी है। पेट्रोल/डीजल आदि ले जाने के लिए उपयोग किए जाने वाले प्रत्येक टैंकर को संबंधित जिले के इंस्पेक्टर लीगल मेट्रोलॉजी द्वारा जारी किए गए कैलिब्रेशन प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। पेट्रोल/डीजल ले जाने के लिए उपयोग किए जाने वाले प्रत्येक टैंकर को माप के लिए एक विशिष्ट प्रमाणित डीप्रोड जारी किया जाता है। शिकायतकर्ता ने बताया कि 12000 लीटर क्षमता वाले एक टैंकर के कैलिब्रेशन के लिए सरकारी शुल्क 883 रुपए है और 20000 लीटर क्षमता वाले एक टैंकर के लिए 1443 रुपये है। शिकायतकर्ता के 11 टैंकरों के कैलिब्रेशन प्रमाण पत्र 16 सितंबर 2024 को आसौदा पार्किंग, बहादुरगढ़ से चोरी हो गए, जिसके लिए थाना आसौदा ,जिला झज्जर में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। कैलिब्रेशन प्रमाण पत्र के अभाव में यह टैंकर एचपीसीएल से पेट्रोल/डीजल नहीं ले जा सकते थे इसलिए शिकायतकर्ता को फिर से इन 11 टैंकरों के कैलिब्रेशन की आवश्यकता थी जो कि आरोपी नितिन सुरा, इंस्पेक्टर लीगल मेट्रोलॉजी, झज्जर द्वारा बनाए जाने थे।
आरोपी ने 2000 लीटर क्षमता वाले एक टैंकर के कैलिब्रेशन के लिए ₹3000 तथा 20000 लीटर क्षमता वाले एक टैंकर के लिए ₹4000 की अवैध रिश्वत की मांग की। आरोपी ने शिकायतकर्ता को उसके मोबाइल नंबर से जुड़े खाते में यूपीआई के माध्यम से उपरोक्त धनराशि स्थानांतरित करने के लिए कहाl
शिकायतकर्ता ने आरोपी द्वारा बताए गए मोबाइल नंबर पर यूपीआई के माध्यम से 24 सितंबर को ₹12000 , 25 सितंबर को ₹8000 स्थानांतरित कर दिए। 26 सितंबर को आरोपी द्वारा शिकायतकर्ता से बाकी टैंकरों के कैलिब्रेशन के लिए ₹8000 की रिश्वत की मांग की गई तथा रिश्वत की राशि नकद लेने से मना कर दिया। और शिकायतकर्ता से यूपीआई के माध्यम से उपरोक्त धनराशि स्थानांतरित करवा ली।
इस मामले की जांच पड़ताल करते हुए एसीबी की टीम ने नितिन सुरा के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो के रोहतक पुलिस थाने में मामला दर्ज करते हुए उसकी गिरफ्तारी कर ली।