Saturday, May 18, 2024
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मौनी अमावस्‍या पर प्रयागराज में पुण्य की डुबकी लगाने पहुंचे लाखों श्रद्धालु, 12 घाटों पर पैरामिलेट्री तैनात

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माघ मेला प्रशासन ने बताया कि गंगा और यमुना के घाटों पर जल में डीप वाटर बैरिकेटिंग की गई, जल पुलिस के अलावा प्रशिक्षित गोताखोर को घाटों पर लगाया गया है, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी घाटों पर मुस्तैद हैं।

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प्रयागराज। आज मौनी अमावस्‍या है, ऐसे में संगम में मौनी अमावस्‍या स्‍नान पर्व पर डुबकी लगाने के लिए लाखों की संख्‍या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच गए हैं। माघ मेला प्रशासन ने मौनी अमावस्या स्नान पर्व को लेकर तैयारियां पूरी होने का दावा किया है। माघ मेला प्रशासन ने बताया कि मेला क्षेत्र में गंगा और यमुना के तट पर कुल 12 स्नान घाट बनाए गए हैं, स्नान घाटों पर महिला श्रद्धालुओं के लिए चेंजिंग रूम भी बनाया गया है। स्नान घाटों पर सुरक्षा के लिहाज से भी सभी जरूरी तैयारियां की गईं हैं।

घाटों की तरफ उमड़ा जनसैलाब

उत्तर प्रदेश की ‘संगम नगरी’ प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर शुक्रवार सुबह आठ बजे तक लगभग 90 लाख लोगों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। माघ मेला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को सुबह आठ बजे तक करीब 90 लाख लोगों ने गंगा और संगम में स्नान किया। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार मध्यरात्रि 12 बजे से ही जनसैलाब घाटों की तरफ उमड़ा हुआ है और गांव देहात और दूसरे जिलों से स्नानार्थी सिर पर गठरी रखकर मेला क्षेत्र में आ रहे हैं।

12 घाट बनाए गए

अधिकारी ने बताया कि भारी भीड़ को देखते हुए घाटों की लंबाई 6800 फुट से बढ़ाकर 8000 फुट कर दी गई है और कुल 12 घाट बनाए गए हैं एवं सभी घाटों पर पर्याप्त संख्या में वस्त्र बदलने की सुविधा स्थापित की गई है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, सार्वजनिक शौचालयों की संख्या भी 1800 से बढ़ाकर छह हजार कर दी गई है और 12,000 संस्थागत शौचालयों के साथ मेला क्षेत्र में शौचालयों की कुल संख्या अब 18,000 हो गई है।

घाटों ने एनडीआरएफ की टीम रहेगी तैनात

माघ मेला प्रशासन ने बताया कि गंगा और यमुना के घाटों पर जल में डीप वाटर बैरिकेटिंग की गई, जल पुलिस के अलावा प्रशिक्षित गोताखोर को घाटों पर लगाया गया है, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी घाटों पर मुस्तैद रहेंगी। स्नान घाटों पर महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। मेला क्षेत्र में सिविल पुलिस के अलावा पीएसी, आरएएफ, सीपीआरएफ और पैरामिलेट्री के जवान तैनात किये गए हैं ।

कमांडो करेंगे निगरानी

एटीएस के कमांडो भी मेला क्षेत्र की निगरानी में तैनात हैं। एलआईयू और आईबी की टीमें भी मेला क्षेत्र का भ्रमण करेंगी। सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से भी मेला क्षेत्र की निगरानी होगी। मेला प्रशासन ने बताया कि इस बार दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के मौन स्नान का अनुमान है। भीड़ के आकलन के आधार पर चुस्त तैयारियां की जा रही हैं। चार स्नान घाट बढ़ाए जा रहे हैं। इस बार नौ घाटों पर संतों-भक्तों की मौन डुबकी लगेगी।

समीक्षा बैठक की

गुरुवार देर शाम मेला प्रशासन ने मौनी अमावस्या स्नान पर्व की तैयारियों की समीक्षा की थी। इस दौरान कटान वाले घाटों पर डबल बैरिकेडिंग लगाने और स्नान घाटों को संतों-भक्तों, कल्पवासियों के लिए बेहतर बनाने के लिए कहा गया था। मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर भीड़ के अनुमान को देखते हुए शहर के लोगों के लिए नया रास्ता और नया स्नान घाट देने की तैयारी की गई थी। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के निरीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ के जवान विभिन्न घाटों पर तैनात किए गए हैं। साथ ही एनडीआरएफ की महिला बचाव कर्मियों की भी तैनाती की गई है।

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